शाकिब को और कठोर सजा के पक्ष में हैं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन

नई दिल्ली, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा है कि बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर और कड़ा प्रतिबंध लगाया जाना चाहिये था। वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर डीन जोंस इस बात से हैरान हैं कि इस बांग्लादेशी ऑलराउंडर ने बुकी के संपर्क करने की जानकारी आईसीसी को क्यों नहीं दी जबकि सभी खिलाड़ियों को आजकल नियमों की जानकारी रहती है। शाकिब को एक सट्टेबाज द्वारा की गई पेशकश की रिपोर्ट आईसीसी की एसीयू इकाई को नहीं करने के लिए प्रतिबंधित किया गया है।
वॉन ने ट्वीट किया, ‘शाकिब अल हसन से कोई सहानुभूति नहीं। बिलकुल भी नहीं। इस समय में जब खिलाड़ियों को हर समय बताया जाता है कि वे क्या कर सकते हैं क्या नहीं और क्या चीज उन्हें तुरंत रिपोर्ट करनी चाहिए। दो साल का समय क्या काफी नहीं है…क्या इसे और लंबा होना चाहिए था। ’ उन्होंने कहा, ‘भ्रष्टाचार को मैं कतई बर्दाश्त नहीं कर सकता। यह मायने नहीं रखता कि आप किस टीम के लिये खेलते हो। इन दिनों खिलाड़ी बखूबी जानते हैं कि वे क्या कर सकते हैं और क्या नहीं। और वे यह भी जानते हैं कि अगर उन्हें परिणामें के बारे में नहीं पता तो भी उन्हें किसी भी चीज को रिपोर्ट करना होगा।’ वहीं पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज राजा ने कहा कि कोई भी खेल से बड़ा नहीं है। शाकिब इस समय दुनिया के नंबर एक ऑलराउंडर हैं। राजा ने लिखा, ‘इसलिए शाकिब का प्रतिबंध उन सभी खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिए सबक है। अगर आप खेल का अनादर करते हो और निर्धारित नियमों और प्रोटोकॉल की उपेक्षा कर खेल से बड़े बनने की कोशिश करते हो तो नीचे गिरने के लिए तैयार रहो। दुखद।’
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जोंस इस बात को नहीं समझ पा रहे कि शाकिब ने इन पेशकश की रिपोर्ट क्यों नहीं की जबकि हमेशा उन्हें इस बारे में बताया जाता है।
आईसीसी ने शाकिब और बुकी की बातचीत को सार्वजनिक किया
आईसीसी ने बांग्लादेश क्रिकेट टीम के कप्तान शाकिब अल-हसन पर दो साल का प्रतिबंध लगाने के बाद बुकी के साथ हुई उनकी बातचीत को भी सार्वजनिक किया है। बुकी से हुई बातचीत के बारे में बताते हुए आईसीसी ने कहा है कि पहली बार शाकिब से उसने 2017 में संपर्क किया था। उसके बाद से वह शाकिब अल हसन से लगातार संपर्क में था। आईसीसी के मुताबिक नवंबर, 2017 में जब बांग्लादेश प्रीमियर लीग में शाकिब ढाका डायनामाइट्स टीम में थे। तब किसी शख्स ने बुकी को हसन का नंबर दिया था। बुकी ने उस शख्स से बांग्लादेश प्रीमियर लीग में खेल रहे खिलाड़ियों के नंबर भी मांगे थे। बुकी ने शाकिब को मेसेज कर उन्हें बांग्लादेश, जिम्बॉब्वे और श्रीलंका की त्रिकोणीय सीरीज में मैन ऑफ द मैच चुने जाने पर बधाई दी थी। आईसीसी ने कहा, ‘बुकी ने इसके बाद हसन को एक और मेसेज किया और लिखा, ‘क्या हम इस पर काम कर सकते हैं या आईपीएल तक मुझे इंतजार करना होगा।’
इस मेसेज में ‘काम’ से अर्थ अग्रवाल को मैचों की आंतरिक जानकारी मुहैया कराने से था। इसके बाद यह सिलसिला चलता रहा और 23 जनवरी, 2018 को शाकिब को बुकी ने एक और मेसेज किया, ‘ब्रो, इस सीरीज में कुछ है?’ शाकिब ने खुद पुष्टि की है कि यह मेसेज त्रिकोणीय सीरीज की जानकारी को लेकर था लेकिन शाकिब ने ऐंटी करप्शन यूनिट या फिर अन्य किसी अथॉरिटी को इसकी जानकारी नहीं दी थी।
यही नहीं शाकिब 2018 में हुए आईपीएल टूर्नामेंट में भी बुकी के संपर्क में थे और उन्हें मेसेज भी मिले थे।
एमसीसी समिति से हटे शाकिब
बांग्लादेश शीर्ष आल राउंडर शाकिब अल हसन ने प्रतिबंध लगने के बाद खेल के नियम बनाने वाली एमसीसी की विश्व क्रिकेट समिति से इस्तीफा दे दिया है। मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के अनुसार, ‘‘मेरिलबोन क्रिकेट क्लब आज इस बात की पुष्टि करता है कि शाकिब एमसीसी विश्व क्रिकेट समिति से हट गये हैं।’’ शाकिब अक्टूबर 2017 में एमसीसी विश्व क्रिकेट समिति से जुड़े थे और उन्होंने सिडनी और बेंगलुरू में दोनों जगह बैठकों में भाग लिया था। एमसीसी विश्व क्रिकेट समिति में दुनिया के मौजूदा और पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर और अंपायर शामिल होते हैं जो एक साल में दो बार मिलकर खेल की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करते हैं। इसकी अगली बैठक मार्च 2020 में श्रीलंका में होनी है। विश्व क्रिकेट समिति के चेयरमैन माइक गैटिंग ने कहा, ‘‘हमें खेद है कि वह उस समिति में शाकिब नहीं होंगे जिसमें उन्होंने पिछले दो वर्षों में काफी योगदान किया है। क्रिकेट भावना के सरंक्षक होने के नाते हम उनके इस्तीफे का समर्थन करते हैं और मानते हैं कि यह सही फैसला था। ’’ इससे पहले शाकिब पर मंगलवार को आईसीसी ने दो साल का प्रतिबंध लगा दिया था। इस खिलाड़ी ने आईसीसी भ्रष्टाचार रोधी संहिता के उल्लघंन के आरोपों को मान लिया है और वह सजा के खिलाफ अपील भी नहीं करेंगे।

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