श्रीनगर, पिछले साल जुलाई में आंतकी बुरहानवानी के सेना के द्वारा मारे जाने के बाद घाटी में हिंसा शुरु हो गई थी ठीक उसी तर्ज पर एक साल बाद फिर हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर सबजार अहमद की एनकाउंटर में मौत के बाद घाटी में फिर हिंसा भड़क उठी है। हिंसक प्रदर्शनों के बाद कश्मीर में शनिवार को सब कुछ खुद ब खुद बंद हो गया। सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष के दौरान अनंतनाग में एक व्यक्ति घायल भी हुआ है। इस बीच प्रदेश सरकार ने एक बार फिर घाटी में इंटरनेट सेवाओं को सस्पेंड कर दिया है। बता दें कि शनिवार को ही सोशल मीडिया और मोबाइल एप पर कश्मीर में लगे बैन को हटाया गया था। पुलवामा जिले के त्राल इलाके में बुरहान वानी के उत्तराधिकारी सबजार और एक अन्य आतंकवादी के सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड में ढेर होने के तुरंत बाद त्राल और दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग के खानाबल समेत करीब ५० जगहों पर पथराव की घटनाएं शुरू हो गईं। यह जानकारी पुलिस की ओर से दी गई।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष में जिले के मत्तान इलाके में एक व्यक्ति घायल हो गया। पूरी घाटी में हालात तनावपूर्ण हैं। घबराए हुए लोग अपने घरों के लिए निकल पड़े जिससे कुछ रास्तों पर ट्रैफिक जाम हो गया। स्कूलों को तीन घंटे पहले ही बंद कर दिया गया। बता दें कि पिछले साल हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी में हालात बिगड़ने शुरू हुए थे और उसके बाद पत्थरबाजी और हिंसक प्रदर्शनों का जो दौर शुरू हुआ, वह अबतक जारी है। खासतौर पर पत्थरबाजी की घटनाओं में जबरदस्त इजाफा हुआ है। पुलिस और सुरक्षाबलों को आशंका है कि अब सबराज के माने जाने के बाद भी घाटी उबल सकती है, इसलिए सुरक्षा को और चाक चौबंद कर दिया गया है। वहीं सेना के लिए शनिवार का दिन बहुत शानदार रहा जहां सेना ने २४ घंटों के दौरान करीब १० आंतकियों को मार गिराया है।इसके बाद घाटी में किसी बड़ी आंतकी वारदात की संभावना फिलहाल कम हो गई हैं,सेना का पूरा इलाके में सर्च अभियान जारी है।सेना की माने तो अभी इस इलाके में और भी आंतकी छुपे हो सकते है।इसकारण सघन सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इधर, सात पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में रविवार को एहतियात के तौर पर कर्फ्यू लगाया जाएगा। यह कर्फ्यू शनिवार को हुए हिंसक प्रदर्शन को फैलने से रोकने के लिए लगाया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार यह कर्फ्यू खंयार, करालखुद, महराज गंज, मैसूमा, नौहट्टा, रैनवाड़ी और सफाकदल में लगाया जाएगा। शहर के शैक्षणिक संस्थान सोमवार को बंद रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि सीईटी और अन्य प्रतियोगी परीक्षा दे रहे छात्रों के प्रवेश पत्र को कर्फ्यू पास के तौर पर देखा जाएगा। वहीं निरीक्षक के तौर पर तैनात कर्मचारी अपने पहचान पत्र का उपयोग परीक्षा केंद्र और घर तक पहुंचने के लिए कर सकते हैं। इसी बीच गांदरबल जिले में प्रशासन ने लोगों के आवागमन पर सीआरपीसी की धारा १४४ के तहत प्रतिबंध लगा दिया है। यह अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा। शांति भंग होने से बचाने और जीवन की क्षति रोकने के जिले में रविवार को सख्त प्रतिबंध लगा रहेगा।