पटना,राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी एकता प्रकट करने गठित महागठबंधन के राजद सुप्रीमो लालू यादव स्वघोषित बड़े भाई बन गए हैं? हालाँकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है कि यदि वे बड़े भाई हैं तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सपा नेता मुलायम सिंह यादव तथा बसपा सुप्रीमो मायावती को कौन सी भूमिका दी जाएगी। वैसे लालू की यह महत्वाकांक्षा अभी बिहार तक सीमित है किन्तु वे इसे दिल्ली तक विस्तारित करने की ख्वाहिश रखते हैं।
दरअसल बिहार में जनता दल यूनाइटेड और इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को इस रुख पर खासी आपत्ति रही है कि सार्वजनिक मंच से लालू हो या तेजस्वी, वे आखिर यह क्यों जताने की कोशिश करते हैं कि वे गठबंधन में बड़े भाई हैं। हालांकि लालू यादव को भी इस बात का अंदाजा है कि नीतीश और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को उनके इस तरह के बयान से बुरा लगता है। लेकिन जनता दल यूनाइटेड के नेताओं का मानना है कि दरअसल लालू ऐसे बयान देकर प्रशासनिक अधिकारियों पर अपनी धाक जमाए रखना चाहते हैं।
लालू ने दिल्ली ने दिल्ली रवाना होने से पहले शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बैठक का एजेंडा क्या है? इस सवाल पर माना कि फिलहाल उन्हें भी एजेंडा के बारे में बताया नहीं गया। लालू ने दावा किया कि बिहार का महागठबंधन मजबूत है और नीतीश कुमार के इस बैठक में शामिल न होने के कारण अकारण इतनी अटकलें लगाई जा रही हैं। लालू ने कहा कि जब शरद यादव जा रहे हैं और नीतीश कुमार की बातचीत सोनिया गांधी से हो गई है तो मीडिया द्वारा उनके इस बैठक में न जाने पर इतनी मीनमेख निकालना उचित नहीं है।