विशाखापत्तनम,भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच विशाखापट्टनम में पहले टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने खेल के दूसरे दिन 502/7 पर पहली पारी घोषित की। इसके जबाव में द.अफ्रीकी टीम ने चौथे दिन में पहली पारी में 431 रनों पर ऑल आउट हो गई। जबाव में टीम इंडिया ने 4 विकेट पर 324 पर रनों पर पारी घोषित कर अफ्रीका को 395 रनों का लक्ष्य दिया। जवाब में चौथे दिन खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीका टीम ने 11 रन पर एक विकेट गंवा लिया है। अफ्रीकी टीम को जीत के लिए अभी 384 रनों की जरूरत है। जबकि उनके बल्लेबाज ब्रून और मार्कराम क्रीज पर बने हुए हैं।
इसके पहले एल्गर ने 287 गेंदों पर 18 चौकों और चार छक्कों की मदद से 160 रन बनाकर भारतीय गेंदबाजों को हावी नहीं होने दिया। विकेटकीपर डी कॉक ने भी शानदार बल्लेबाजी की और 163 गेंदों पर 16 चौकों और दो छक्कों के सहारे 111 रन बनाए। कप्तान फाफ दू प्लेसिस ने 103 गेंदों में आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 55 रन का योगदान दिया। मेहमान टीम की पारी में गिरे आठ विकेटों में सात विकेट भारतीय स्पिनरों आर अश्विन के हिस्से में गए। ऑफ स्पिनर अश्विन ने 41 ओवर में 128 रन पर पांच विकेट और लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने 37 ओवर में 116 रन पर दो विकेट लिए। तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने 14 ओवर में 44 रन पर एक विकेट लिया। भारत ने शुक्रवार को बिना कोई विकेट खोए 202 रन से आगे खेलना शुरू किया था और कप्तान विराट कोहली ने टीम के 500 रन पूरे होने के बाद अपनी पारी घोषित कर दी। रोहित ने 115 और मयंक ने 84 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया था। विराट ने 20, अजिंक्या रहाणे ने 15, रवींद्र जडेजा ने नाबाद 30, हनुमा विहारी ने 10 और रिद्धिमान साहा ने 21 रन बनाए जबकि चेतेश्वर पुजारा 6 रन बनाकर आउट हुए। पहले टेस्ट का पहला दिन यदि हिटमैन रोहित के नाम रहा था तो दूसरा दिन पूरी तरह मयंक के नाम रहा। मयंक ने जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए अपने करियर का पहला दोहरा शतक ठोक दिया। मयंक ने पहले सत्र में अपना शतक पूरा किया और लंच के बाद दोहरा शतक जड़ दिया।
भारतीय पारी के 115वें ओवर में केशव महराज की पहली गेंद पर दो रन लेकर मयंक ने अपना दोहरा शतक पूरा किया। कर्नाटक के 28 वर्षीय मयंक का इससे पहले सर्वश्रेष्ठ स्कोर 77 रन था और वह अपने पांचवें टेस्ट में अपने पहले दोहरे शतक पर पहुंचे हैं। दूसरे दिन के दोनों सत्र मयंक के नाम रहे। पहले सत्र में उन्होंने अपना शतक पूरा किया और दूसरे सत्र में उस शतक को दोहरे शतक में तब्दील कर दिया। दोहरा शतक लगाने के साथ ही मंयक चौथे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने अपने पहले टेस्ट शतक को दोहरे शतक में तब्दील किया है।
मंयक से पहले यह कारनामा दिग्गज बल्लेबाज दिलीप सरदेसाई (नाबाद 200) ने न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 1965 में, विनोद कांबली (224) ने इंग्लैंड के खिलाफ 1993 में और करुण नायर (नाबाद 303) ने इंग्लैंड के खिलाफ 2016 में यह कारनामा किया है। इस तरह मयंक भारतीय टीम के लिए 10 साल बाद दोहरा शतक जड़ने वाले सलामी बल्लेबाज बन गए हैं। साल 2009 में टीम इंडिया के विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने श्रीलंका के खिलाफ मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम पर 293 रन बनाए थे। मयंक ने इसके साथ ही सहवाग के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली है। वह भारत के दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरा शतक जमाया है। यह उनका भारत में पहला टेस्ट मैच है। इस तरह उन्होंने भारत में हुए अपने पहले ही टेस्ट मैच में न सिर्फ शतक, बल्कि दोहरा शतक जमा दिया।
रोहित और मयंक ने पहले विकेट के लिए 317 रन की साझेदारी की। भारतीय टेस्ट इतिहास में तीसरी बार ऐसा हुआ है कि भारत के लिए ओपनिंग जोड़ी ने 300 से उपर की साझेदारी निभाई है। वीनू मांकड और पंकज रॉय ने 1956 में चेन्नई में न्यूजीलैंड के खिलाफ ओपनिंग साझेदारी में 413 रन तथा सहवाग और राहुल द्रविड़ ने 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में पहले विकेट के लिए 410 रन जोड़े थे।यह भारत की दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले सहवाग और द्रविड़ ने 2008 में चेन्नई में दूसरे विकेट के लिए 268 रन जोड़े थे। दोनों ओपनरों ने कुल 391 रन बनाये जो किसी टेस्ट पारी में तीसरे सर्वाधिक ओपनरों का सर्वाधिक योग है।
SA को मिला 395 रनों का लक्ष्य, दूसरी पारी में 1 विकेट खोया, रोहित ने सैकड़े के साथ बनाए कई रिकॉर्ड
