निगम परिषद ने गौशाला से जुड़े भ्रष्टाचार का मामला जांच के लिए लोकायुक्त को सौंपा

मुरैना,नगर निगम साधारण सभा की बैठक में गौशाला का मुद्दा छाया रहा। बैठक में तकरीबन 9 बिंदुओं पर चर्चा हो सकी, शेष बिंदुओं के आगामी शुक्रवार को पुन: बैठक बुलाये जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में प्रमुख रूप से रघुराज कंषाना, सभापति अनिल गोयल अल्ली, महापौर अशोक अर्गल, प्रतिपक्ष के नेता सोनेराम यादव, आयुक्त अमर सप्त गुप्ता और मुख्य कार्यपालन यंत्री केके शर्मा सहित सभी वार्डों के पार्षद एवं कर्मचारी गण उपस्थित थे। बैठक का शुभारंभ राष्ट्रगान के साथ किया गया और सर्वप्रथम देवरी गौशाला की भ्रष्टाचारी को लेकर एक साथ कई पार्षदों ने बात रखी। जिसमें निगम के अधिकारियों ने जबाब दिया जिससे पार्षद संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने लगातार हंगामा खडा करते हुए। पार्षदों के बार-बार पूछे जाने पर बताया गया कि अब तक गौशाला में जो व्यय किया गया है वो तीन करोड 49 लाख के लगभग है। वर्तमान में खर्चा कुछ कम हुआ है लेकिन कुछ पार्षदों ने भूसे की जलने की खबर पर जोर दिया लेकिन प्रशासन उत्तर नहीं दे सका। अंतत: सर्व सम्मति से यह तय किया गया कि गौशाला मं व्यापक रूप से भ्रष्टाचार किया गया है इसलिए इसकी जांच लोकायुक्त से कराई जाये। सदन में पहुंचे विधायक रघुराज सिंह कंषाना ने सभापति की ओर इशारा करते हुए कहा कि पार्षदों के प्रश्रों के उत्तर ठीक से दिये जाये इसके लिए अधिकारी जिम्मेदारी का निर्वहन करें और सभापति इस पर विशेष ध्यान दें। गौशाला के संबंध में संचालन को लेकर भी सामने आई बात पर तय किया गया कि व्यापार मंडल को दिया या फिर प्रशासन या फिर नगर निगम को स्वतंत्र रूप से संचालन किया जाये। इसके अलावा यातायात नगर में दुकानों के टेण्डर तत्काल लगाये जाये और प्रधानमंत्री आवास योजना के मामले में घोटाले के संदेह में बताया गया कि कई ऐसे लोगों को मकान दिये गए हैं जो उसकी परिधी में नहीं आते हैं इसकी जांच हेतु विशेश कमेटी का गठन किया जायेगा। बैठक में पशु हाट की वसूली का ठेका का टेण्डर किया जायेगा। वहीं 300 कर्मचारी जो बिना किसी आदेश के कार्यरत हैं उनको एक माह का समय दिया गया है इसकेे बाद विधिवत रूप से संविदा कर्मियों की विज्ञप्ति निकाली जायेगी जिसमें पात्रता अनुसार भर्ती किए जायेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *