नई दिल्ली, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि भारत को अगला युद्ध स्वदेशी हथियारों से लड़ना चाहिए। उनका यह भी कहना था कि घरेलू रक्षा उद्योग को विकसित करना जरूरी है। उन्होंने सेना व टेक्नीकल टेक्सटाइल एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सेमिनार में कहा कि सैन्य बलों व उद्योगों के बीच बेहतरीन तालमेल होना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे अच्छा साजोसामान बन सकेगा तो सेना को और भी अच्छे प्लेटफार्म उपलब्ध होंगे।
जनरल रावत ने कहा कि अमेरिकी सेना को भी युद्ध की ड्रेस व जूते भारत की निजी कंपनियां ही उपलब्ध करा रही हैं। उनका कहना था कि सेना के पास भारी भरकम बजट है। यह उपयुक्त समय है कि हम स्वदेशी चीजों को तैयार करने की तरफ ध्यान दें। उल्लेखनीय है कि रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में एक नीति तैयार की है जिसके तहत अब लड़ाकू जेट व सबमेरीन का निर्माण भारत की निजी फर्मो से कराया जाएगा। ये कंपनियां विदेशी फर्मो से तालमेल करके बेहतरीन काम करेंगी। उनका कहना था कि भारत रक्षा क्षेत्र से जुड़े उत्पाद आयात करने के मामले में शीर्ष के चुनिंदा देशों में शामिल है। यह सारे उत्पाद देश में ही बनने से सरकार, सेना व उद्योग को काफी फायदा मिलेगा। कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि कपड़ा उद्योग व सेना के बीच तालमेल बेहतरीन रहने वाला है।