मुंबई,मुम्बई शेयर बाजार मंगलवार को तेज गिरावट के साथ बंद हुआ। बाजार सुबह ही गिरावट के साथ खुला और यह सिलसिला दिनभर जारी रहा। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन जीडीपी की विकास दर कम रहने, उत्पादन 15 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंचने और कोर सेक्टर के धीमी विकास का नकारात्मक असर भी शेयर बाजार पर पड़ा है। बीएसई के 30 कंपनियों के शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 769.88 अंकों 2.06 फीसदी की गिरावट के साथ 36,562.91 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 कंपनियों के शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 225.35 अंक .04 फीसदी) नीचे आकर 10,797.90 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 37,188.38 के ऊपरी तथा 36,466.01 के निचले स्तर पर पहुंचा। वहीं निफ्टी ने 10,967.50 का उच्च स्तर तथा 10,772.70 का निम्न स्तर हासिल किया। बीएसई पर 28 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ ही लाल निशान पर, जबकि दो कंपनियों के शेयर लाभ के साथ ही हरे निशान पर बंद हुए। एनएसई पर 48 कंपनियों के शेयरों में बिकवाली तथा दो कंपनियों के शेयरों में लिवाली (खरीददारी) दर्ज की गई।
दोपहर में सेंसेक्स 800 अंकों से ज्यादा फिसल गया और 36,500 रके आसपास आ गया।
मैन्युफैक्चरिंग ऐक्टिविटी अगस्त में बिक्री घटने से 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंचने से शेयर बाजार में निराशा है। मैन्युफैक्चरिंग घटने से पता चलता है कि खपत या निवेश में अभी तक रिकवरी नहीं हुई है। इससे पहले जून तिमाही की सकल घरेलू विकास दर ग्रोथ 6 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई थी।
जुलाई के महीने में 8 सेक्टरों वाले कोर सेक्टर का प्रॉक्शन सिर्फ 2.1 फीसदी की दर से बढ़ा, जबकि इससे पहले जून में ग्रोथ 0.2फीसदी थी। कोयला, कच्चा तेल, प्रकॉतिक गैस और रिफाइनरी सेक्टर में उत्पादन में कमी आने से सेक्टर की ग्रोथ कमजोर रही।