नई दिल्ली,सेना में जवानों का मनोबल बना रहे इसके लिए सरकार सभी प्रयास कर रही हैं, इसी कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को नाथू ला का दौरा किया, जो चीन के साथ सीमा व्यापार का केंद्र है। इस दौरान उन्होंने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, मैंने यह सुनिश्चित किया है कि कार्रवाई में मारे गए सीएपीएफ सैनिकों के परिवार को कम से कम १ करोड़ मुआवजा मिलेगा। यह हमारा कर्तव्य है कि हम जवानों की समस्याओं के बारे में जानें। यही वजह है कि हमने एमएचए मोबाइल एप्लिकेशन लांच किया है। राजनाथ ने शनिवार को हिमालय क्षेत्र के ५ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ भी विशेष बैठक की। बताया जा रहा है कि बैठक में चीन-भारत सीमा पर सुरक्षा के विषय पर और सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी संरचना के विकास पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक का उद्देश्य पूरी तरह सीमा सुरक्षा को सुधारने के लिए केंद्र सरकार और ५ राज्यों के बीच समन्वय को मजबूत करना है। गृह मंत्रालय ने पहली बार इस तरह को बैठक आयोजित की है। मंत्रालय का कहना है कि सीमा पर सुरक्षा बनाए रखने में राज्य भी साझेदार हैं।
समझा जाता है कि चीन ने सीमा पर सड़कों, पुलों, रेलवे नेटवर्क और हवाईअड्डों का निर्माण करके अपने बुनियादी ढांचे को उन्नत किया है। भारत की चीन के साथ ३४८८ किलोमीटर लंबी सीमा लगी है जो जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है। दोनों देशों के बीच सीमा पूरी तरह निर्धारित नहीं है और वास्तविक नियंत्रण रेखा को स्पष्ट करने और उसकी पुष्टि करने की प्रक्रिया प्रगति पर है। ऊंचे क्षेत्रों में स्थित सीमावर्ती इलाकों में अपर्याप्त विकास और बुनियादी सुविधाएं हैं।