भिलाई, नगर निगम भिलाई से अलग करके रिसाली को निगम बनाने पर अंतत: मुहर लग ही गई। सोमवार को नगर निगम भिलाई से रिसाली के 12 वार्ड अलग हो गए। इसके लिए मेयर इन काउंसिल ने मुहर लगा दी है। महापौर देवेंद्र यादव की अध्यक्षता वाली एमआईसी की बैठक सोमवार सुबह 10.30 बजे से शुरू हुई। जो एक घंटे तक चली। बैठक में सबसे पहला प्रस्ताव रिसाली को निगम बनाने का था। इसके लिए एमआईसी सदस्यों ने एकमत होकर रिसाली को निगम बनाने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी। इसके साथ ही रिसाली अब नए नगर निगम के रूप में अस्तित्व में आएगा। रिसाली अब 40 वार्डों वाला अलग निगम बनेगा। इसमें अभी रिसाली जोन के 12 वार्ड आएंगे। साथ ही एक से दो गांवों को शामिल किया जाएगा। पहले चर्चा थी कि रिसाली निगम में उतई नगर पंचायत को भी शामिल किया जाएगा। लेकिन उतई के बगैर ही रिसाली अलग से निगम बनने की स्थिति में है। इसके लिए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने ऐलान किया था। तब से कार्रवाई शुरू हुई थी। तत्कालीन निगम आयुक्त एसके सुंदरानी ने फिजिब्लिटी रिपोर्ट तैयार की थी। रिसाली को अलग निगम बनाने के प्रस्ताव पर मुहर मेयर ने दिल्ली निकलने से पहले लगाई है।
भिलाई नगर विधायक एवं महापौर देवेन्द्र यादव की अध्यक्षता में आज एमआईसी की बैठक रखी गई थी। इसमें रिसाली जोन से प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्य केशव बंछोर व नरेश कोठारी भी शामिल थे। एमआईसी की इससे पहले हुई एक बैठक में रिसाली को नगर निगम बनाये जाने के प्रस्ताव पर चर्चा बेनतीजा रहने से रिसाली जोन के पार्षदों में नाराजगी पनपी थी। बाद में महापौर देवेन्द्र यादव के द्वारा आधे-अधूरे प्रस्ताव के चलते निर्णय अटकने का हवाला देकर भविष्य में रिसाली नगर निगम गठन का मार्ग प्रशस्त करने का वायदा किया गया था। आखिरकार विधायक व महापौर यादव ने आज गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की चुनावी घोषणा और जनभावना के अनुरुप पार्षदों की पहल पर रिसाली नगर निगम गठन के प्रस्ताव को एमआईसी की मंजूरी दिला दी। गौरतलब रहे कि भिलाई नगर निगम के वर्तमान परिषद का कार्यकाल जनवरी 2021 में खत्म हो जाएगा। इस स्थिति में यहां का चुनाव दिसंबर 2020 में होना तय है। इससे पहले नगर निगम रिसाली के गठन की शेष जरुरी औपचारिकताएं दस्तावेजी तौर पर पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद वार्ड परिसीमन और आरक्षण तथा मतदाता सूची पुनरीक्षण की जरुरी औपचारिकता पूरी कर दिसंबर 2020 में भिलाई के साथ ही रिसाली निगम का भी चुनाव एक साथ कराया जा सकता है। एक मीटिंग के सिलसिले में देवेंद्र यादव एमआईसी बैठक के बाद आज दिल्ली के लिए रवाना हो गए। वहीं भिलाई में रायपुर की भांति गढ़कलेवा खोलने के प्रस्ताव पर मुहर नहीं लग पाई। एमआईसी सदस्यों ने बताया कि छत्तीसगढ़ी पकवानों को प्रचारित करने के लिए गढ़कलेवा खोलेे जाने का प्रस्ताव लाया गया है। इस प्रस्ताव पर मेंम्बर्स गहराई से चर्चा चाहते हैं। इसलिए अगली बैठक तक इसे टाल दिया गया है।