नई दिल्ली, घर के लाइट को सही तरीके से अरेंज करके भी घर के वातावरण को खुशनुमा बनाया जा सकता है। रेस्तरां या होटल वगैरह की लाइटिंग व्यवस्था पर कभी गौर कीजिएगा। वहां की लाइटिंग व्यवस्था से शायद आप भी प्रभावित हुए होंगे। होटल्स वगैरह की लाइटिंग अरेंजमेंट के पीछे का मनोविज्ञान भी यही होता है, अपने ग्राहकों का मूड बदलना, उनको सुकून देना। कुछ ऐसा ही एहसास आप अपने घर में भी पा सकते हैं लाइटिंग व्यवस्था में थोड़ा-बहुत बदलाव करके। लाइट्स और शैडो में सही मेल करके आप घर पर ही होटल जैसे कैंडल लाइट डिनर का मजा ले सकते हैं। वैसे आज अगर देखें तो अधिकांश घरों में, खासकर बिल्डर फ्लैट्स में चमकीली रोशनी वाले फ्लोरोसेंट ट्यूब लाइट्स ही इस्तेमाल किए जा रहे हैं। इस तरह की सीलिंग लाइट्स से पूरे कमरे में रोशनी तो होती है, मगर इनसे वो सुकून नहीं मिलता, जो मिलना चाहिए। ऐसे में अगर आप कभी घर में डिनर पार्टी का आयोजन करें तो शायद वह एहसास आपको न मिले, जो कि एक होटल में मिलता है। इसकी वजह है लाइटिंग। अगर आप अपने घर को थोड़ा आरामदायक और कूल बनाना चाहते हैं तो लाइटिंग आर्ट पर जरूर ध्यान दें। बेशक घर में ट्यूबलाइट लगाएं, मगर इसके साथ ट्रेंडी डेस्क लैंप्स, लैंटर्न या सजावटी कैंडल्स जरूर लगाएं। प्रिंटेड मोटिफ्स वाले या धातु के बने टेबल लैंप्स और सेंटेड कैंडल्स का इस्तेमाल करके घर के हर कोने को और अधिक जीवंत बनाया जा सकता है। ‘घर को कोजी लुक देने के लिए डिमर्स बेहतर होते हैं, इसलिए कम वॉट वाले लैंप या लाइट्स घर में लगाएं। घर में लाइट और शैडो में सही मैच करने के लिए अलग-अलग तरह की टी लाइट्स, सेंटेड कैंडल्स आदि का चुनाव किया जा सकता है। इन दोनों चीजों का इस्तेमाल करके घर की खूबसूरती को बढ़ाया जा सकता है।’ यह कहना है आर्ट एंड मेंस वियर जेपोर की कैटेगरी मैनेजर उपासना विरमानी का। दरअसल, खूबसूरत फूलों और अन्य आकृतियों की टी लाइट्स भी पूरे घर को खूबसूरत लुक देती हैं। इन छोटी-छोटी टी लाइट्स की झिलमिलाती रोशनी से घर के हर कोने को खूबसूरती से रोशन किया जा सकता है। इसके अलावा अलग-अलग तरह की फोकल लाइट्स भी कमरे में एक सुंदर प्रभाव पैदा कर सकती हैं। इस तरह की लाइट्स का इस्तेमाल अकसर कला या कलाकृतियों को हाइलाइट करने के लिए किया जाता है। होम डेकोर कंपनी कासा पैराडॉक्स की संस्थापक रसेल गुजराल की मानें तो अपने कमरे के किसी खास कोने को हाइलाइट करने के लिए फोकल लाइट बेहतर विकल्प है। इसके अलावा अलग-अलग आकृतियों में तैयार टेबल और साइड टेबल लैंप को भी शामिल किया जा सकता है। घर की साज-सज्जा करते समय अकसर हम लाइट की सेटिंग पर ध्यान नहीं देते हैं। घर में रोशनी ही तो चाहिए, यह सोचकर सफेद रोशनी वाली ट्यूबलाइट या एलईडी कहीं भी लगा देते हैं, जिसका असर हमारे मूड पर भी होता है।