जयपुर राजधानी जयपुर में रेजीडेंट डॉ. साक्षी गुप्ता खुदकुशी मामले में पुलिस आईपीसी की धारा-306 के तहत केस दर्ज कर जांच करेगी। मामले में पुलिस ने साक्षी का मोबाइल कब्जे में ले लिया है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज गर्ल्स हॉस्टल वार्डन को निलंबित कर दिया गया है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा कॉलेज के तीनों अतिरिक्त प्राचार्य की जांच कमेटी गठित की है। गौरतलब है कि पंजाब के फजिल्का की रहने वाली डॉ. साक्षी जयपुर के सांगानेरी गेट स्थित महिला चिकित्सालय से पीजी कर रही थी। पीजी प्रथम वर्ष की छात्रा डॉ. साक्षी वहीं के सरकारी क्वार्टर में रहती थी। बता दें कि मंगलवार देर रात साक्षी ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बुधवार को सुबह उसके ड्यूटी ना जाने पर उसकी साथी छात्रा ने उनके क्वार्टर का गेट खोला तो घटना का पता चला। घटना की जानकारी मिलने पर शाम को उसके परिजन जयपुर पहुंचे। परिजनों ने आरोप लगाया है कि साक्षी के सीनियर्स उसे टॉर्चर कर रहे थे और उसे सबके सामने अपमानित किया जाता था। जिससे परेशान होकर साक्षी ने आत्महत्या की है। इसके बाद दोषी सीनियर्स पर कार्रवाई की मांग को लेकर साक्षी के परिजनों ने मोर्चरी के आगे धरना भी दिया। परिजनों व साक्षी के सहपाठी डॉक्टर्स ने 5 सीनियर डॉक्टर्स पर साक्षी को मानसिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत सौंपी। देर रात इस मसले को लेकर वार्ता में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी, डीसीपी ईस्ट राहुल जैन, नोहर विधायक अमित चाचाण और भादरा विधायक बलवान पूनिया के साथ डॉ. साक्षी के परिजन भी मौजूद रहे। वार्ता में मामले में उचित कार्रवाई के आश्वासन के बाद रात दो बजे परिजनों ने धरना समाप्त किया।