नई दिल्ली,नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भारतीय क्षेत्र में विमान यात्रा के दौरान फोन पर बात करने एवं इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराने संबंधी प्रस्ताव तैयार करके स्वीकृति के लिए भेजा है, लेकिन सुरक्षा संबंधी कारणों से इसे अभी तक स्वीकृति नहीं मिल सकी है। यदि सब कुछ दुरुस्त रहा तो शीघ्र ही भारतीय क्षेत्र में हवाई यात्रा करने वाले लोग विमान में ही इंटरनेट व काल करने की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में हवाई यात्रा के दौरान वाईफाई की सुविधा मुहैया कराई जा रही है, हालांकि भारतीय क्षेत्र में आते ही ये सेवा काम नहीं कर पाती, क्योंकि भारत सरकार ने अभी तक इस मसले पर कोई निर्णायक फैसला नहीं लिया है। सचिवों की समिति के सामने यह मामला लंबित है।नागरिक उड्डयन विभाग के सचिव आरएन चौबे का कहना है कि यह सुविधा कब से शुरू हो पाएगी, इस पर कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन मंत्रालय ने अपनी तरफ से प्रस्ताव तैयार करके सचिवों की समिति के हवाले कर दिया है। अब फैसला उन्हें ही लेना है। उन्होने कहा कि विमान में वाई-फाई सेवा उपलब्ध कराने के लिए टेलीग्राफ अधिनियम 1885 में संशोधन करना होगा। उनका कहना है कि वाई-फाई की सुविधा वायु से जमीन तकनीक के अलावा सेटेलाइट के जरिये उपलब्ध कराई जा सकती है। हालांकि सेटेलाइट से सेवा महंगी साबित होगी।