भोपाल, राज्य विधानसभा में आज नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्दधन सिंह ने जानकारी दी कि भोपाल मास्टर प्लान का काम जारी है। उन्होंने प्रश्नोत्तरकाल के दौरान सदस्य रामेश्वर शर्मा द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में बताया कि अम्रत योजना की मार्गदर्शिका के डिजाइन एवं स्टेंडर्ड के अनुसार भोपाल विकास योजना 2005 को पुनरीक्षित कर भोपाल विकास योजना 2031 तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि विकास योजना का क्रियान्वयन एक सतत प्रक्रिया है। नगर विकास की प्रक्रिया के दौरान विकास योजना की सडकें भी अन्य विकास योजना के साथ-साथ वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर क्रियान्वित होती है। श्री सिंह ने जानकारी दी कि पूर्ववर्ती मास्टर पर प्लान की कुल 241 किमी में से 53 किमी सडकें बनी, शेष 188 किमी सडकें अभी बची है।
उन्होंने प्रश्नकर्ता सदस्य को बताया कि इसमें से 17 सडकें आपके विधानसभा क्षेत्र की है। जवाब से असंतुष्ठ श्री शर्मा ने कहा कि 1995 को मास्ट प्लान बना है, क्या इसकी समीक्षा होती है। अभी तक 34 सडकों का सर्वे का काम भी नहीं हुआ है। उन्होंने सवाल किया कि 2005 में चिन्हित सडकें कब तक बनेगी। इसके लिए कोई एजेंसी को पाबंद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय जनता के आक्रोश का सामना हम लोगों को करना पड रहा है। प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बनते ही सबसे पहले मास्टर प्लान को लेकर बैठक बुलाई गई। उन्होंने सदस्य को आश्वस्त किया कि सीहोर तक का मास्टर प्लान संयुक्त रुप से बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सडकों के निर्माण के लिए नगर निगम, सीपीए, बीडीए और लोनिवि संयुक्त रुप से बैठक करके तय करेंगे कि कौन सी सडक किसके क्षेत्र में आ रही है और कौन कब तक बनाएगा। अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने श्री शर्मा से कहा कि वे प्रश्नोत्तरकाल के बाद मंत्री से मुलाकात कर अपनी समस्या बता देंगे तो वे उसकार निराकरण करवा देंगे।