नई दिल्ली, 17वीं लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए रविवार को आठ राज्यों की 59 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जायेंगे। जिन राज्यों में प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी, वे हैं – बिहार (8), झारखंड (3), मध्य प्रदेश (8), पंजाब (13), पश्चिम बंगाल (9), चंडीगढ़ (1), उत्तर प्रदेश (13) और हिमाचल प्रदेश (4)। जिन दिग्गज नेताओं की किस्मत दांव पर हैं, उनमें सबसे बड़ा नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है। मोदी वाराणसी से मैदान में हैं, जिनके खिलाफ कांग्रेस ने अजय राय को उतारा है। अजय राय 2014 के चुनाव में भी मोदी से हारे थे। इस बार प्रियंका गांधी ने रोड शो किया है। इस चरण में यूपी की दूसरी बड़ी सीट है गोरखपुर। यह सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि रही है। भाजपा ने इस बार भोजपुरी सुपरस्टार रवि किशन को उतारा है, जबकि गठबंधन की ओर से रामभुआल निषाद मैदान में हैं। कांग्रेस प्रत्याशी मधूसूदन त्रिपाठी भी जीत की आस लगाए बैठे हैं। इस चरण के तहत पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों इस चरण में वोटिंग होगी। यहां अमृतसर से भाजपा प्रत्याशी हरदीप पुरी की प्रतिष्ठा दांव पर है। इसी तरह गुरदासपुर से भाजपा ने सनी देओल को उतारा है, जिनका मुकाबला बलराम जाखड़ के बेटे सुनील जाखड़ से है। वहीं, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल फिरोजपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने कांग्रेस ने शेर सिंह घुबाया को उतारा है। रोचक बात यह है कि घुबासा पिछली बार शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर ही चुनाव जीते थे। सुखबीर की पत्नी और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बठिंडा मैदान में है।
बनारस में दांव पर मोदी की भी किस्मत
लोकसभा चुनाव 2019 अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है। रविवार को 59 सीटों पर मतदान होगा। सातवें चरण में सबसे अधिक दागी उम्मीदवार हैं। जिनकी संख्या 170 है। इसमें 46 पर हत्या और हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं। इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किस्मत भी दांव पर है। वे वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं। आखिरी चरण में जहां चुनाव होना है उनमें उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की नौ, पंजाब की 13, बिहार की आठ, झारखंड की तीन, हिमाचल प्रदेश की चार, मध्य प्रदेश की आठ और एक सीट चंडीगढ़ की शामिल है।
मैदान में हैं कई अभिनेता
आखिरी चरण में कई दिग्गज मैदान में हैं। पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल फिरोजपुर, उनकी पत्नी हरसिमरत कौर, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन, पूर्व केंद्रीय मंत्री पीके बंसल, किरन खेर, अभिनेता सनी देओल, भोजपुरी अभिनेता रवि किशन, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और शत्रुघ्न सिन्हा मैदान में हैं।
हाल ए मध्यप्रदेश
यह मध्यप्रदेश का चौथा और आखिरी चरण होगा। प्रदेश की 8 सीटें भोपाल, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, गुना, सागर, विदिशा और राजगढ़ पर वोट डाले जाएंगे। इसके साथ ही 543 सदस्यीय लोकसभा की सभी सीटों पर मतदान खत्म हो जाएगा। शाम 6 बजे के बात एक्जिट पोल का प्रसारण शुरू होगा। मतगणना 23 मई को होगी। देर रात तक परिणाम सामने आएंगे।
1.49 करोड़ मतदाता
मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने बताया कि मध्यप्रदेश में 1.49 करोड़ मतदाताओं के मतदान के लिए 18 हजार 411 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए करीब 55 हजार पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। मतदान करीब 90 हजार अधिकारी-कर्मचारी कराएंगे। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए 83 केंद्रीय अद्र्धसैनिक बल और 49 राज्य सशस्त्र बल की कंपनियां तैनात होंगी। इसके अलावा 18 हजार विशेष पुलिस मतदान केंद्रों में लगाई जाएगी। तीन हजार 378 मतदान केंद्र क्रिटिकल की श्रेणी में रखे गए हैं। यहां सशस्त्र बल के जवानों की तैनाती के साथ वेबकास्टिंग और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। करीब साढ़े तीन हजार ऐसे व्यक्तियों की पहचान भी की गई है जो मतदान को प्रभावित कर सकते हैं। सुरक्षाबलों को उपद्रवियों से निपटने की खास हिदायत दी गई है।
मंदसौर में हाईअलर्ट
मप्र की 8 सीटों पर कल होने वाले मतदान में शामिल मंदसौर सीट पर वोटिंग के दौरान उपद्रव के अलर्ट ने चुनाव आयोग के हाथपैर फुला दिए हैं। इस सीट पर इंटेलिजेंस की पैनी नजर है। चिन्हित स्थानों पर इंटेलिजेंस के अफसरों की तैनाती की गई है। दरअसल, ये सतर्कता इसलिए बरती जा रही है, क्योंकि पुलिस को नशे के जारिए चुनाव को प्रभावित करने के साथ गोलीकांड की नाराजगी की आड़ में उपद्रव करने का इंटेलिजेंस इनपुट मिला है। मंदसौर लोकसभा सीट में जावरा, सुवासरा, नीमच, मंदसौर, गरोठ, जावद, मल्हारगढ़ और मनासा विधानसभा सीटें आती हैं। ये सीट संवेदनशील होने के कारण हाल ही में चुनाव आयोग ने नीमच और मंदसौर में पुलिस अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन की मीटिंग ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। एक महीने बाद मंदसौर गोलीकांड की बरसी है और ऐसे में स्थानीय स्तर पर पुलिस को अलर्ट किया गया है। राजस्थान की सीमा को सील कर दिया गया है। चिन्हित स्थानों पर इंटेलिजेंस के 280 से ज्यादा अधिकारि और कर्मचारियों की तैनाती की गई हैै।
स्थानीय पुलिस के अलावा अतिरिक्त फोर्स को कानून और सुरक्षा व्यवस्था की कमान दी गई है।
देर रात या 24 मई को ही आएंगे नतीजे
मप्र में मतगणना 23 मई को 52 में से 51 जिला मुख्यालयों पर सुबह 8 बजे से शुरू होगी। सभी 29 लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना का रुझान आधे घंटे बाद ठीक 8.30 बजे से आना शुरू हो जाएगा। हालांकि चुनाव परिणाम उस दिन देर रात या फिर 24 मई को ही आने की संभावना है। आमतौर पर रात 8 बजे तक अंतिम परिणाम जारी कर दिए जाते हैं। इस बार सर्टिफिकेट बंटने तक हर विस में वीवीपीएटी की पर्चियों के मिलाने के बाद ही अंतिम परिणाम आएंगे। मतगणना में इस बार सबसे पहले 72 हजार सर्विस वोटर्स की मतगणना होगी। इसके बाद ईवीएम की गणना शुरू होगी।