नई दिल्ली, केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित किया जाना आतंक के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निर्णायक लड़ाई का ऐलान है। वित्त मंत्री अरुण जेटली और रक्षा मंत्री निर्मला सीतरमण ने इसे देश के लिए गर्व और विजय का पल बताया। इस मौके पर जेटली ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया पर अफसोस जताते हुए कहा कि विपक्ष इसे भी राजनीतिक मुद्दे की तौर पर देख रहा है। जैश सरगना को ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने पर कांग्रेस ने पुलवामा हमले का जिक्र इसमें नहीं करने को लेकर सवाल उठाए थे। इस पर वित्तमंत्री ने कहा विपक्ष के कुछ मित्रों को लगता है कि अगर इस जीत में शामिल हो गए तो शायद इसकी राजनीतिक कीमत उनको चुकानी होगी। यही कारण है कि सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में कहते हैं है कि इनविजिबल (अदृश्य) सर्जिकल स्ट्राइक हमने भी की। जब बालाकोट में हम सफल होते हैं तो संदेह करने लगते हैं।
मसूद अजहर पर लगे बैन को देश के लिए गौरव बताते हुए वित्त मंत्री ने विपक्ष से सकारात्मक भूमिका निभाने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘जिस प्रयास में ये देश लगा था 10 वर्षों से उसमें कल हम सफल हुए तो कहते हैं ये तो तुच्छ है इसमें बिग डील क्या है? पुरानी परंपरा है कि विदेश नीति और सुरक्षा नीति के संदर्भ में हम हमेशा एकजुट रहे हैं, लेकिन पिछले दिनों अनेक लोगों ने इस परंपरा को तोड़ा है। देश को जो यह गौरव हासिल हुआ है, उसमें देश के विपक्ष को भी सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए।
वित्त मंत्री जेटली ने कहा सन 2009 में जो प्रक्रिया आरंभ हुई थी 2014 के बाद 2016-17 में 3 अवसर आए जब तकनीकी बाधा लगाए गए और भारत का प्रयास सफल नहीं हुआ। उन्होंने कहा भारत का कूटनीतिक दबाव विश्व मंच पर भारत का प्रभाव इन सबको मिलाकर ये परिणाम हुआ। दुनिया के देश काफी समय से प्रयास कर रहे थे कि मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया जाए, लेकिन चीना तकनीकी बाधा लगाता रहा। भारतीय कूटनीति के प्रभाव से वह रुकावट भी हट गई।