लाहौर,रविवार को पाकिस्तान से दो बड़ी खबरें सामने आईं। पहली खबर के अनुसार मुंबई हमले के गुनहगार हाफिज सईद की नजरबंदी तीन महीने के लिए बढ़ा दी गई है। वहीं, पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने रविवार को नियंत्रण रेखा का दौरा किया। यहां उन्होंने कहा कि उनका देश कश्मीरियों के ‘आत्म-निर्णय के अधिकार के लिए किये जा रहे ‘राजनीतिक संघर्ष को समर्थन देता रहेगा। खबर के अनुसार पाकिस्तान की पंजाब प्रांत की सरकार ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद के हाउस अरेस्ट की मियाद 90 दिनों के लिए बढ़ा दी है। हाफिज सईद पिछले तीन महीने से अपने घर में नजरबंद है। रविवार रात को 90 दिनों की उसकी हाउस अरेस्ट की मियाद खत्म हो रही थी। पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने रविवार को देश के आतंकरोधी कानून के तहत सईद और उसके 4 सहयोगियों के हाउस अरेस्ट की अवधि को बढ़ाने का फैसला लिया। पंजाब सरकार के गृहमंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस बारे में जल्द ही नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। गौरतलब है कि अभी पिछले हफ्ते ही पाकिस्तान ने ऑन रेकॉर्ड माना था कि हाफिज सईद आतंकी है। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने लाहौर हाई कोर्ट में हलफनामा दायर कर, यह माना कि हाफिज सईद आतंकी गतिविधियों से जुड़ा रहा है। दरअसल, जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने कोर्ट में यह कहते हुए याचिका दायर की थी कि उसे कई महीनों से गैर कानूनी ढंग से हिरासत में रखा जा रहा है। इस याचिका पर जवाब में पाक गृहमंत्रालय ने माना कि हाफिज के आतंकी गतिविधियों में लिंक हैं।
30 जनवरी को की थी नजरबंदी
पाकिस्तान सरकार ने इस साल 30 जनवरी को सईद और उसके 4 सहयोगियों को शांति और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने की आशंका को लेकर लाहौर में हाउस अरेस्ट पर रखा था। 90 दिनों की हाउस अरेस्ट की अवधि रविवार रात को खत्म हो रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नवाज शरीफ सरकार ने सईद को हाउस अरेस्ट में रखने का फैसला अमेरिका के ट्रंप प्रशासन के दबाव में लिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप ने पाकिस्तान से कहा था कि वह जमात-उद-दावा और उसके सरगना के खिलाफ कार्रवाई करे नहीं तो उसके खिलाफ प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।
कश्मीरियों को राजनीतिक संघर्ष को देते रहेंगे समर्थन
जम्मू-कश्मीर में जारी हिंसा और आतंकी गतिविधियों की वजह से मची अशांति के बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने भारत के खिलाफ जहर उगला है। हाजी पीर सेक्टर के इलाकों का दौरा करने वाले बाजवा को भारतीय जवानों द्वारा कथित तौर पर किए गए ‘संघर्ष विराम के उल्लंघन’ के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही किसी भी आामकता से निपटने के लिए पाकिस्तान की तैयारी की स्थिति से भी उन्हें रूबरू कराया गया। सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों के संघर्ष को अपना समर्थन देता रहेगा।