शिमला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ’उड़ान’ योजना के तहत गुरुवार को शिमला-दिल्ली रूट पर देश की सबसे सस्ती घरेलू हवाई सेवा का शुभारंभ किया। उड़ान की शुरुआत अक्टूबर 2016 में रीजनल कनेक्टिवटी स्कीम के तहत की गई थी। इस महत्वाकांक्षी स्कीम का मकसद हवाई उड़ान को छोटे शहरों तक पहुंचाना और इसे किफायती बनाना है। इस दौरान कडप्पा-हैदराबाद और नांदेड-हैदराबाद मार्गों पर भी उडानें शुरु की जाएंगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि उड़ान स्कीम से हिमाचल प्रदेश में टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। उडान का अर्थ है- उड़े देश का आम नागरिक। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हवाई जहाज में पहले अमीर लोग ही सफ़र करते थे, लेकिन अब हवाई चप्पल वाले भी हवाई जहाज में यात्रा कर सकते हैं।’ मोदी ने कहा, ’हवाई चप्पल आम आदमी की पहचान है और मैं चाहता हूं हवाई जहाज में हवाई चप्पल वाले लोग भी दिखाई दें।’
प्रधानमंत्री ने कहा हम टैक्सी से सफर करें तो 8-10 रुपये प्रति किलोमीटर का खर्च आता है और शिमला आने में समय करीब 10 घंटे लगते हैं। लेकिन इस पॉलिसी से खर्च सिर्फ 6 या 7 रुपये ही होगा। प्रधानमंत्री ने इस दौरान एविएशन कंपनियों को सलाह दी कि अगर एविएशन कंपनियां व्यापारिक नजरिए से सोचें कि नांदेड़ साहिब, पटना साहिब और अमृतसर साहिब का रूट बनाएंगे तो उन्हें बहुत फायदा होगा। 30 नए एयरपोर्ट से टीयर-2 और टीयर-1 शहरों को इस योजना से जोड़ा जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट जो जाता है वह बार-बार जाना चाहता है। लेकिन कनेक्टिविटी के अभाव में वह ऐसा नहीं कर पाता। इस योजना से सिर्फ यात्रा की सुविधा ही नहीं बल्कि दो संस्कृतियां भी जुड़ती हैं। देश के एक कोने को दूसरे से जोड़ने का काम इससे हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह हिमाचल और देश को यह योजना देकर गर्व का अनुभव कर रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने शिमला से दिल्ली की फ्लाइट के अलावा दो और फ्लाइट्स को हरी झंडी दिखाई। इन फ्लाइट्स को एयर इंडिया की क्षेत्रीय इकाई अलायंस एयर के जरिए ऑपरेट किया जाएगा। पिछले साल 15 जून को रिलीज हुई नैशनल सिविल एविएशन पॉलिसी (एनसीएपी) का उड़ान अहम हिस्सा है। इसके तहत हवाई जहाज से 500 किलोमीटर के 1 घंटे के सफर की कीमत 2,500 रखी गई है। प्रधानमंत्री मोदी के क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के विजन को पूरा करते हुए एविएशन मिनिस्टर अशोक गजपति राजू ने 128 रूट्स और 5 ऑपरेटरों को उड़ान स्कीम में शामिल किया है।
भविष्य में कानपुर से दिल्ली के लिए स्पाइसेजट की सेवा अगस्त में शुरू होगी, जबकि कानपुर से वाराणसी और दिल्ली के बीच सितम्बर में एयर ओडिशा के विमान उड़ान भरेंगे। अलायंस एय़र आगरा से जयपुर की उड़ान जून में शुरू करेगी। जबकि अगस्त में एय़र डेक्कन ने आगरा और दिल्ली के बीच उड़ान सेवा शुरु करने की तैयारी कर रखी है। दिल्ली से शिमला के बीच अलायंस एय़र और एयर डेक्कन, दोनों ने ही अगले महीने सेवा शुरु करने का लक्ष्य रखा है। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर से विलासपुर और बिलासपुर से रायपुर के बीच सितम्बर में एय़र ओडिशा अपनी सेवा शुरू करेगी। सितम्बर में ही जगदलपुर से रायपुर और विशाखापत्तनम के बीच सेवाएं शुरू हो जाएंगी। इन प्रस्तावों के तहत पश्चिम भारत के 24 हवाई अड्डों, उत्तर भारत के 17 हवाई अड्डों, दक्षिण भारत के 11 हवाई अड्डों, पूर्वी भारत के 12 हवाई अड्डों और पूर्वोत्तर क्षेत्र के 6 हवाई अड्डों को कनेक्ट करने का प्रस्ताव हैं। इन 27 प्रस्तावों के जरिये 22 राज्यों और 2 केन्द्र शासित प्रदेशों को कनेक्ट किया जाएगा। 16 एकल रूटों और 11 तीन या उससे अधिक शहरों को जोड़ने वाले नेटवर्क से संबंधित है।