रायबरेली में गांधी परिवार की दिखाई दी ताकत, सोनिया ने पर्चा भरा

रायबरेली,संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी ने रायबरेली लोकसभा सीट से पांचवीं बार पर्चा दाखिल किया। सोनिया गांधी इस सीट से चार बार सांसद रह चुकी हैं। पर्चा दाखिल करने से पहले सोनिया गांधी ने हवन और फिर रोड शो किया। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा रॉबर्ट वाड्रा, रेहान और मिराया वाड्रा भी मौजूद रहे। बता दें ‎कि रायबरेली सीट गांधी परिवार का मजबूत गढ़ रही है और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कर्मभूमि मानी जाती है। वहीं अमेठी में राहुल गांधी के नामांकन के बाद आज एक बार फिर रायबरेली में गांधी परिवार की एकता दिखी। यहां नामांकन के वक्त राहुल गांधी, रॉबर्ट वाड्रा, प्रियंका गांधी और उनका बेटा रेहान मौजूद रहा। इससे पहले अमेठी में रोड शो के दौरान भी ये सभी राहुल के साथ मौजूद थे। सोनिया का रायबरेली में ये पांचवां चुनाव है, इसीलिए कांग्रेस ‘इस बार 5 लाख पार’ नारे के साथ चुनावी मैदान में उतरी है। नामांकन दाखिल करने के बाद सोनिया गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को चेतावनी देते हुए कहा कि 2004 को मत भूलिए। उन्होंने यह भी कहा, वाजपेयी भी अजेय थे लेकिन हमने जीत दर्ज की।’ बता दें कि 2004 में सभी सियासी पंडितों के दावों को झुठलाते हुए कांग्रेस ने वाजपेयी सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया था।
नामांकन दाखिल करने से पहले सोनिया ने गांधी परिवार के गुरुजी गयाप्रसाद शुक्ल के आवास पर लाभ मुहूर्त में हवन भी किया। बता दें कि यह परंपरा 1967 से चली आ रही है। तब इंदिरा गांधी ने लोकसभा चुनाव में नामांकन से पहले अपने गुरु गयाप्रसाद शुक्ल के यहां पूजा-पाठ किया था। तभी से यह परंपरा गांधी प‎रिवार ‎निभाता चला आ रहा है और गांधी परिवार पूजा-पाठ करके ही नामांकन के लिए जाता रहा है। खराब स्वास्थ्य के चलते सोनिया गांधी ने खुले ट्रक के बजाय गाड़ी से रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने बीच-बीच में बाहर निकालकर कार्यकर्ताओं की ओर हाथ भी हिलाया। रोड शो के दौरान सड़कों पर कांग्रेस समर्थकों का भारी हुजूम उमड़ आया। लोग हाथों में कांग्रेस के झंडे के साथ, न्याय योजना के प्रचार की टीशर्ट और राफेल के लिए काले झंडे भी लिए हुए थे। दरअसल, इन नीले झंडों में ‘गरीबी पर वार, 72 हज़ार’ लिखा हुआ है और इसके अलावा काले झंडों में राफेल मामले की तस्वीर छपी थी। रायबरेली में पांचवें चरण में 6 मई को मतदान होना है। वहीं भाजपा की ओर से सोनिया गांधी के खिलाफ दिनेश प्रताप सिंह को मैदान में उतारा है। जबकि सपा-बसपा ने कांग्रेस के समर्थन में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। रायबेरली कांग्रेस का मजबूत गढ़ माना जाता है, यहां से पहली बार 1952 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी ने जीत हासिल कर कांग्रेस का खाता खोला था जो सोनिया गांधी तक जारी है। महज 3 बार यहां कांग्रेस को मात मिली है, वो भी तब जब यहां से ‘गांधी परिवार’ का कोई सदस्य चुनाव मैदान में नहीं उतरा था। बता दें ‎कि सोनिया इस सीट पर 2004, 2006 (उपचुनाव), 2009 और 2014 में विजयी रही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *