नई दिल्ली, रेलवे अब हर गाडियों में एसी कोच की संख्या कम से कम तीन बढ़ाने जा रहा है। इससे एसी कोचों की बढ़ रही मांग को पूरा किया जा सकेगा। एएसी में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या 17.15 फीसदी रहने से 3 एसी कोच हर गाड़ी में बढ़ाए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है।
पिछले वर्ष एक अप्रैल 2016 से दस मार्च 2017 के बीच यात्रियों से होने वाली आय भी 33.65 फीसदी रही है,जो कि पिछले सालों के मुकाबले अधिक है। इधर, स्लीपर क्लास से इस अवधि में 59.78 फीसदी यात्रियों ने यात्रा की और यात्री भाड़े से होने वाली आमदनी में 44.78 फीसदी की उनकी भागीदारी रही। पिछले वर्ष स्लीपर क्लास ने 60 फीसदी यात्रियों को सफर कराया और इससे उसे 45.94 फीसदी की आमदनी हुई।
स्लीपर क्लास की मांग में अब कमी का चलन देखा जा रहा है क्योंकि अधिक यात्री 3 एसी को अपना रहे हैं। रेलवे मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि कुछ लंबी दूरी की ट्रेनों में धीरे धीरे 3 एसी कोचों की संख्या को बढ़ाने का फैसला किया है। रेलवे ने हाल ही में हमसफर एक्सप्रेस शुरू की थी जिसमें केवल 3 एसी कोच थे और इसके सकारात्मक परिणाम मिले।