मोहाली,आईपीएल की शुरुआत से अब तक रोमांच से ज्यादा विवाद देखने को मिले हैं। खास तौर पर किंग्स इलैवन पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन का विवादों से ही नाता रहा है। मुंबई के खिलाफ मोहाली के मैदान में खेले गए मैच के दौरान अश्विन के नाम पर छह दिन में तीसरी कंट्रोवर्सी जुड़ गई। बता दें कि इससे पहले अश्रिन मांकडिंग और गलत फील्डिंग के कारण विवादों में रह चुके हैं। अब मुंबई के खिलाफ 7 गेंदों का ओवर फेंककर वह एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं।
अश्विन ने फेंका 7 गेंदों का ओवर
बता दें कि मुंबई के खिलाफ मैच के दौरान अश्विन ने टॉस जीतने के बाद पहले फील्डिंग का फैसला लिया था। अश्विन ने तर्क दिया कि उनकी टीम दूसरी पारी में अच्छा खेलती है। ऐसे में मुंबई पर दबाव बनाने के लिए उन्होंने पहला ही ओवर फेंका। जिसमें पहली गेंद डॉट बॉल रही तो दूसरी बॉल पर एक रन दियाफ वही तीसरी गेंद भी डॉट बॉल रही इसके बाद चौथी गेंद पर फिर एक रन दिया। इसके बाद 5वीं गेंद भी डॉट बॉल रहीं। इसके बाद 6वीं गेंद पर एक रन दिया। और 7वीं गेंद पर चौका लगा। सातवीं गेंद के लिए तर्क यह दिया गया कि बल्लेबाज ने भले ही गेंद खेली हो लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हुए थे। इसी कारण इसे डैड दे दिया गया।
इससे पहले मांकडि़ग विवाद : अश्विन की हुई निंदा
राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पहले मैच में भी किंग्स इलैवन पंजाब टीम का नाम विवाद से जुड़ गया था। दरअसल उक्त मैच में अश्विन ने राजस्थान के जोस बटलर को मांकडिंग आऊट कर दिया था। इसपर अश्रिन की खूब निंदा हुई। सोशल साइट्स पर इसे खेल भावना के विपरित बताया गया। वहीं, मैदान के दौरान बटलर और अश्विन के आपसी व्यवहार पर भी कई तरह की बातें उठीं।
अश्विन को फील्डिंग में की गई चूक पड़ी भारी
पंजाब और केकेआर के बीच रोचक मैच चल रहा था। मोहम्मद शमी ने 17वें ओवर में आंद्रे रसेल को बोल्ड कर पंजाब की जीत की उम्मीदें जगा दीं। लेकिन तभी रसेल को पवेलियन से वापस मंगवा लिया गया। तर्क दिया गया कि नियम के विपरित पंजाब के सिर्फ तीन प्लेयर ही रिंग के अंदर थे जबकि इस दौरान 4 प्लेयर होने चाहिए थे। कप्तान अश्विन की यह चूक पंजाब पर भारी पड़ गई। और आंद्रे रसेल को फिर से बैटिंग के लिए बुला लिया गया। रसेल ने इसका भरपूर फायदा उठाते हुए महज 17 गेंदों पर 48 रन जड़ दिए। अश्विन अगर फील्डर का ध्यान रखते तो उन्हें यह बुरा नतीजा नहीं भुगतना पड़ता।
मलिंगा की नो बॉल
मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच खेले गए मैच के दौरान आखिरी गेंद पर भी विवाद हुआ। दरअसल बेंगलुरु को जीत के लिए आखिरी गेंद पर 8 रन चाहिए थे। मलिंगा ने जो गेंद फेंकी उसपर सिर्फ एक रन बन पाया। बेंगलुरु के खिलाड़ी तब भड़क गए जब उन्हें पता चला कि आखिरी गेंद नो बॉल थी। कोहली इस कारण काफी गुस्से में दिखे थे। उन्होंने कहा- आईपीएल में काफी करीबी मैच होते हैं। अगर आखिरी गेंद नो बॉल होती तो हमें जीत के लिए एक बॉल और मिल सकती थी।
वाटसन से बहस में पड़े ईशांत
दिल्ली कैपिटल और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेले गए मैच के दौरान ईशांत शर्मा चेन्नई के बल्लेबाज शेन वाटसन पर बरस पड़े थे। दरअसल तीसरे ओवर में वाटसन भागते समय ईशांत से टकराने से बचे थे। ईशांत यह आरोप लगाकर भड़क गए कि वाटसन का इरादा उन्हें जख्मी करने का था। हालांकि वाटसन ने मामला तब हंसकर टाल दिया। लेकिन छठे ही ओवर में जब उन्होंने रबादा के साथ भी ऐसा ही किया तो यह मामला सोशल साइट्स पर बड़ा बहस का विषय बन गया।
आर अश्विन छह दिन में तीसरी दफे कंट्रोवर्सी में उलझे, जानें आईपीएल के इस सीजन में अब तक हुए कौन-कौन से विवाद
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