नई दिल्ली, मिशन शक्ति पर प्रतिक्रिया करते हुए हुए अमेरिका ने कहा वह भारत के साथ अंतरिक्ष में साझा हितों और सुरक्षा पर सहयोग जारी रखेगा। अमेरिकी गृहमंत्रालय ने कहा है कि हमने उपग्रह रोधी मिसाइल परीक्षण से संबंधित प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन को देखा है।
भारत के साथ मजबूत रणनीतिक साझेदारी के रूप में हम अंतरिक्ष में साझा हितों और सुरक्षा पर वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग पर आगे बढ़ना जारी रखेंगे। अमेरिकी गृहमंत्रालय ने कहा अमेरिकी सरकार के लिए अंतरिक्ष में मलबे का मुद्दा बहुत महत्वपूर्ण है। हमने भारत सरकार के उस बयान को देखा, जिसमें उन्होंने कहा कि परीक्षण अंतरिक्ष मलबे के मुद्दों को हल करने पर भी केंद्रित था।
उल्लेखनीय है कि चीन ने भारत के उपग्रहरोधी मिसाइल परीक्षण पर बुधवार को सतर्कतापूर्वक प्रतिक्रिया जताते हुए उम्मीद जताई थी कि सभी देश बाहरी अंतरिक्ष में शांति बनाए रखेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की कि भारत ने अंतरिक्ष में एंटी सैटेलाइट मिसाइल से एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराते हुए अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति के तौर पर दर्ज करा दिया। इस परीक्षण के बाद भारत दुश्मन के उपग्रहों को मार गिराने की रणनीतिक क्षमता हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया। इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन के पास यह क्षमता थी। चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत द्वारा उपग्रह रोधी मिसाइल के सफल परीक्षण को लेकर एक सवाल पर लिखित जवाब में कहा हमने खबरें देखी हैं और उम्मीद करते हैं कि प्रत्येक देश बाहरी अंतरिक्ष में शांति बनाए रखेंगे।