नई दिल्ली,पूर्व नौ सेना अधिकारी कुलभूषण जाधव के मामले में अब नया मोड आ गया है। पाकिस्तान ने अब नया राग छेडते हुए कहा कि अगर कुलभूषण जाधव बेकसूर है तो उसके पास दो अलग-अलग नामों का पासपोर्ट क्यों है। पाक प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज की ओर से यह कहा गया है। उनका यह कथन पाकिस्तान के अखबार में प्रकाशित हुआ है।
उन्होंने दावा किया है कि उसके पास हिन्दू और मुसलमान के नाम पर दो पासपोर्ट हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार यह क्यों नहीं बता रही कि उसका नवल अधिकारी साकिस्तान में क्या कर रहा था। अजीज ने कहा कि कुलभूषण जाधव पाकिस्तानी सैन्य अदालत के फैसले के खिलाफ 40 दिनों के भीतर अपील कर सकता है। हालांकि यह बात दीगर है कि कुछ दिन पहले ही वह कह चुके थे कि पाकिस्तान के पास कुलभूषण जाधव के खिलाफ मुकदमा चलाने के सबूत नहीं है। इधर, शुक्रवार को भारत के उच्चायुक्त गौतम बंबावाले ने पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जंजुआ से भेंट कर भारत की ओर से तीन मांगे रखी।
जिसमें जाधव के खिलाफ लगे आरोप पत्र कापी,सैन्य अदालत के फैसले की प्रति और भारत सरकार ने पाकिस्तान स्थित अपने उच्चायोग के अधिकारियों के जरिये कुलभूषण जाधव से मिलने की मांग की है, ताकि भारत सरकार कुलभूषण जाधव का हाल चाल जान सके। जिसके बाद पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जंजुआ ने कहा कि क्योंकि यह मामला जासूसी का है इसलिए भारत की मांग नहीं मानी जा सकती है।
इधर पाकिस्तान ने भारत के दबाव में जाधव पर लगे आरोपों को सार्वजनिक कर दिया है। लेकिन उसके यह आरोप सिवाय झूठ के और कुछ नहीं हैं।
पाक के ग्वादर और तुरबत में ग्रेनेड हमला कराया, जिवानी बंदरगाह की विपरीत दिशा में समुद्र में रडार स्टेशन और मछुआरों की नावों को हमला करने को कहा, ब्लूचिस्तान में अलगाववादी और आतंकवाजी गतिविधियों के लिए हवाला और हुंडी द्वारा पैसा दिया,युवाओं को पाक के खिलाफ उकसाया, सिबी और सुई इलाके में गैस पाइपलाइन और इलेक्टि्रक पॉयलन में धमाके को स्पॉन्सर किया। इसके अलावा ईरान से आने और जाने वाले हजारा और शिया समुदाय के लोगों पर हमले को स्पॉन्सर करना सरीखे आरोप प्रमुख हैं।