अशोकनगर,जिले में कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। इससे ग्राम पंचायतों में विकास काम रुक गए हैं। ग्रामीण खासकर किसान हड़ताल के कारण परेशान हो रहे हैं। दूसरी ओर सरकार के ग्रामोदय से भारतउदय अभियान की शुरुआत ही बिगड़ गई है। उल्लेखनीय है कि अम्बेडकर जयंति के अवसर पर केन्द्र सरकार ने ग्रामोदय से भारत उदय अभियान की शुरुआत का कार्यक्रम तय किया था। लेकिन सरपंच, सचिवों के हड़ताल पर जाने से कई ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा का आयोजन नहीं हो पाया है।
अपनी-अपनी मांगों को लेकर सरपंच-सचिव, पटवारी-राजस्व निरीक्षक एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी शुक्रवार को हड़ताल पर रहे। पटवारी एवं राजस्व निरीक्षण 11 अप्रैल से हड़ताल पर हैं। जबकि सरपंच-सचिवों ने गुरुवार को हड़ताल के संबंध में ज्ञापन सौंपा था। शुक्रवार को वे जिला पंचायत के सामने हड़ताल पर बैठ गए हैं। इसी तरह ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी भी अपनी नौ सूत्रीय मांगो लेकर शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। सरपंचों के संगठन के जिलाध्यक्ष रामपाल सिंह, सचिव संघ के जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह आदि ने बताया कि शासन द्वारा ग्राम पंचायतों को मात्र 25 हजार रुपये की राशि एक सप्ताह के लिए दी जा रही है। इससे पंचायतों में विकास कार्य करवाने में परेशानी आ रही है। अगली किस्त भी तभी जारी करने के निर्देश दिए गए हैं जब पहली किस्त की पाई-पाई का हिसाब दिया जाएगा। नईसरायं सरपंच नफीसुद्दीन बाबा ने बताया कि शासन का जो निर्णय है वह एक दम गलत है। इसी तरह पौरूखेड़ी सरपंच प्रतिनिधि संजीव रघुवंशी ने भी शासन के निर्णय को तानाशाही बताया है। हड़ताल पर बैठे सरपंच, सचिवों का कहना है कि इससे जो निर्माण कार्य किये जाएगें वे काफी समय तक पूरे नहीं हो पाएगें। मध्यप्रदेश ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ भोपाल के आह्वान पर हड़ताल पर बैठे कई विस्तार अधिकारी केसी जैन ने बताया कि ब्लॉक के एटीएम एवं बीटीएम आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। इनमें रामवीर सिंह रघुवंशी, नरेश जैन, राधेश्याम रघुवंशी, सुखेन्द्र शर्मा, एमआर कौशल, सुरेश रघुवंशी आदि हैं। सोमवार से हड़ताल पर बैठे पटवारियों राजस्व निरीक्षकों ने बताया कि वह पहले भी कई बार अपनी मांगे शासन के समक्ष रख चुके हैं। लेकिन इनका निराकरण नहीं हो पाया है। जिससे अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है।
रोजगार सहायकों के भरोसे रही विशेष ग्राम सभाएं
डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर केन्द्र सरकार द्वारा ग्रामोदय से भारतउदय अभियान की शुरुआत की गई। लेकिन जिले की कई पंचायतों में सरपंच, सचिवों के बहिष्कार और पटवारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों के हड़ताल के कारण ग्रामसभाएं केवल औपचारिक रूप में ही हो पाईं। रोजगार सहायकों ने जैसे-तैसे कागजी खानापूर्ति करके ग्राम सभाएं निपटाईं। लेकिन सरपंच, सचिवों और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों की अनुपस्थिति में न तो गांव के विकास का खाका तैयार नहीं हो पाया। कुल मिलाकर हड़ताल के कारण गांवों में विकास के काम ठप्प हो गए हैं।