भोपाल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शराब के अवैध विक्रय के प्रकरणों में कठोरतम कार्रवाई की जाये। इसे सख्ती से रोकने के लिये और अधिक कठोर दांडिक प्रावधान भी किये जा सकते हैं। सीएम आज समाधान ऑनलाईन के दौरान प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव बी.पी. सिंह भी मौजूद थे।
चौहान ने कहा कि प्रदेश चरणबद्ध तरीके से शराबबंदी की ओर अग्रसर है। नर्मदा तट के किनारों पर स्थित शराब की दुकाने बंद हो गई हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग, रिहायशी इलाकों, धार्मिक स्थलों और शिक्षण संस्थानों के निकट शराब की दुकानें और जिनसे नागरिकों को दिक्कत हो रही है, उन्हें स्थानांतरित करें। इसमें किसी प्रकार की हीला-हवाली नहीं होनी चाहिये। अधिकारी राजस्व के लिए शराब दुकानों के संचालन की मानसिकता को बदलें। सरकार जनता की है। शराब विक्रेताओं की नहीं। महिलाओं की इज्जत और जिन्दगी से बढ़कर कुछ नहीं है। सामान्यत: देखा गया है कि छेड़-छाड़ आदि की अपराधिक गतिविधियों के मूल में शराब होती है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को दिक्कत हो ऐसी दुकानें यदि स्थानांतरित नहीं हो सकती हैं तो उन्हें वैधानिक तरीके से बंद करने की कार्रवाई की जाये।