आईपीएस अधिकारी ने पिता की मौत का दावा करने वाली खबर छापने वाले अखबारों को दिया क़ानूनी नोटिस

भोपाल,आईपीएस अधिकारी डॉ. राजेन्द्र मिश्रा ने पिता की मौत की खबर छापने वाले कुछ समाचार पत्रों और चैनलों सहित हमीदिया अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर को 10 करोड़ रुपए का नोटिस भेजा है। डॉ. मिश्रा का कहना है, कि इन सभी ने मेरे निजी पारिवारिक मामले में दखल दी और मेरे पिता की मौत को लेकर बेहद असंवेदनशील भाषा का प्रयोग किया है। गोरतलब है कि प्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डॉ. राजेन्द्र मिश्रा के पिता कुलामणि मिश्रा को लेकर पिछले दिनों कुछ समाचार पत्रों और टीवी चैनलों ने खबर दी थी, कि कुलामणि मिश्रा का एक महीने पहले निधन हो चुका है, लेकिन उनके बेटे डॉ. राजेन्द्र मिश्रा उन्हें घर में रखकर झाड़ फूंक के जरिए उन्हें जिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी ओर डॉ. मिश्रा का कहना है, कि एक माह पहले उन्होंने अपने पिता को उपचार के लिए भोपाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन उन्होंने जवाब दे दिया तो वे घर लेकर आ गए और घर पर ही अभी तक उनका इलाज चल रहा है। डॉ. मिश्रा के पारिवारिक वैद्य राधेश्याम शुक्ला का भी दावा है, कि कुलामणि मिश्रा की पल्स अभी चल रही है। इसलिए उन्हें मृत नहीं माना जा सकता। डॉ.मिश्रा ने नोटिस की कापी भेजते हुए कहा है कि हर व्यक्ति अपने पिता की सेवा करना चाहता है। ऐसे मामलों में मीडिया को दखल नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बेहद असंवेदनशील है। इसलिए कानूनी नोटिस भेजा गया है। डॉ. मिश्रा ने दावा किया कि उनके पिता का उपचार चल रहा है और यदि उनकी मृत्यु हो चुकी होती तो बदबू आती, लेकिन उनके घर में शव की कोई बदबू नहीं है। वही राजेन्द्र मिश्रा के पिता के मामले को लेकर डॉ. सत्पथी का कहना है कि उनके पिता का शव अस्पताल से घर ले जाने के 48 घंटे बाद और पूरे मामले के 72 घंटे के बाद वो राजेन्द्र मिश्रा के घर गये थे। उन्का कहना है कि जब मे गया तब भी मेने बता दिया था, कि उनकी सांस थम चुकी है, ओर उनका निधन हो चुका है। उनका कहना है कि 72 घंटे बाद जब मे गया तब तक शव में सिकुड़न शुरू हो चुकी थी। उनके शरीर मे कोई एक्टिवनेस नही है। डॉ. सत्पथी का कहना है कि राजेन्द्र के पिता का शव ममीफाई हो रहा है, ऐसे मे उन्हे खुद इस बात को समझाना होगा। इसके साथ ही उन्होने कहा कि उन लोगो को उनके घर भेजा जाए जो उनके रिश्तेदार है, या उनके परिवार के करीबी है, वो जाकर उन्हें समझाए की पिता इस दुनिया में नही है, तभी इस मामले का समाधान होगा वरना बहुत मुश्किल है।

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