नई दिल्ली, मंगलवार को संसद सत्र की शुरूआत हंगामदार रही। कांग्रेस ने लोकसभा में कुलभूषण जाधव की फांसी का मामला उठाया।
जैसा कि पता है पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभुषण जाधव 2016 से पाकिस्तान की गिरफ्त में है। वहां की सरकार उन्हें रॉ का एजेंट बता कर गिरफतार किए हुई थी। जबकि अब उन्हें सैन्य अदालत ने फांसी की सज़ा सुना दी है।
इस मामले में भारत ने कड़ा रुख अपनाया हुआ है।
इधर,केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सजा देने का जो फैसला किया है उसमें कानून की अनदेखी की गई है। उन्हें बचाने के लिए सरकार को जो भी करना पड़े वह करेगी। उधर राज्यसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मुद्दे पर सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि अगर कुलभूषण को कुछ भी हुआ तो भारत-पाक के संबंधों पर इसका सीधा असर पड़ेगा.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान में कुलभूषण जाधव को मौत की सजा दिए जाने के मुद्दे पर कहा कि वो निर्दोष हैं, उन्हें अगवा किया गया है. सुषमा ने कहा कि कुलभूषण को साजिश का शिकार बनाया गया है। उन्होंने पाकिस्तान में ऐसा कुछ भी नहीं किया जिसके आधार पर उन्हें मौत की सजा सुनाई जाए।
मर्डर मानेंगे
जाधव को फांसी देना दुर्भाग्य पूर्ण होगा, अगर उसे फांसी होती है तो यह एक सोचा समझा मर्डर समझा जाएगा।
मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता कांग्रेस