प्रयागराज, दुनियाभर के हजारों श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या के मौके पर सोमवार सुबह सर्दी और कोहरे के बीच तीन पावन नदियों गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम में डुबकी लगाई। सबसे पहले विभिन्न अखाड़ों के संतों ने संगम में डुबकी लगायी। तड़के तीन बजे शुरु हुआ स्नान का चक्र देर शाम तक जारी रहा। मेला प्रषासन के मुताबिक शाम तक करीब चार करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगायी। इस दौरान सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए थे। मेला प्रशासन की समय सारिणी और अनुक्रम के अनुसार, सुबह सबसे पहले लगभग 6.15 बजे पंचायती अखाड़ा महानिर्वानी ने संगम में डुबकी लगाई। मेला प्रभारी विजय किरन आनंद ने बताया कि सबसे पहले सन्यासी संप्रदाय डुबकी लगाएगा जिसके बाद क्रम से श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा, श्री पंच दशनाम अखाड़ा, अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाण अखाड़ा, श्री पंचायत दिगंबर अनि अखाड़ा, श्री पंच निर्मोही अनि अखाड़ा डुबकी लगायी और इसके बाद श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन और अन्य ने डुबकी लगायी।