बेंगलुरु, कर्नाटक में सियासी संकट गहराता जा रहा है। राज्य में अभी जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है। सरकार को समर्थन देने वाले दो निर्दलीय विधायकों ने हाथ पीछे खींच लिए हैं। इस राजनैतिक घटनाक्रम से मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। पिछले दो दिन से राज्य के 104 भाजपा विधायक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) इलाके में टिके हुए हैं।
जानकारी के अनुसार, इन दोनों विधायकों के नाम एच नागेश और आर शंकर हैं। नागेश मुलाबागिलू सीट से निर्दलीय विधायक हैं, जबकि शंकर रेनेबेन्नूर विधानसभा सीट से केपीजेपी के विधायक हैं। दोनों विधायकों ने कर्नाटक के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा कि वे जेडीएस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार से अपना समर्थन तुरंत प्रभाव से वापस ले रहे हैं। हालांकि, प्रदेश सरकार को अब भी 118 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
उधर, बीजेपी नेता येदियुरप्पा का दिल्ली में बड़े नेताओं के साथ बैठकों का दौर जारी है। भाजपा ने अपने 104 विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल में शिफ्ट कर दिया है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के 3 विधायकों ने मुंबई में डेरा डाल लिया है जिन पर खेमा बदलने का शक जताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के 10 और जेडीएस के 3 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दो विधायकों के समर्थन वापसी पर कहा कि अगर उन्होंने समर्थन वापस ले लिया, तब भी मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं। मुझे मेरी मजबूती पता है। जो कुछ भी मीडिया में चल रहा है, मैं उसका आनंद उठा रहा हूं। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि ऑपरेशन लोटस 3.0 के तहत भाजपा ने कांग्रेस और जेडीएस विधायकों की खरीद-फरोख्त के जरिए सरकार गिराने की साजिश रची है। वहीं, उपमुख्य्मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि भाजपा हमारे विधायकों को पद और पैसों का लालच देने की कोशिश कर रही है। इन सबसे कुछ नहीं होने वाला। हमारी सरकार के खिलाफ उनकी सारी साजिशें नाकाम होंगी।
सरकार की विफलता के कारण समर्थन लिया वापस
एच नागेश ने कहा कि मैंने गठबंधन को बेहतर और मजबूत सरकार देने के लिए समर्थन दिया था। लेकिन, यह सरकार विफल रही। सरकार और सहयोगियों के बीच कोई समन्वय नहीं है। मैंने भाजपा को समर्थन देने का फैसला किया है। हम राज्य को भाजपा के रूप में मजबूत सरकार देना चाहते हैं।
गठबंधन सरकार सक्षम नहीं, सरकार बदलना चाहिए
समर्थन वापस लेने वाले दूसरे विधायक आर शंकर ने कहा कि आज मकर शंकर संक्रांति है। मैं चाहता हूं कि यह सरकार बदल जाना चाहिए। सरकार को सक्षम होना चाहिए, इसलिए मैं इस सरकार से अपना समर्थन वापस ले रहा हूं। मैं एक सक्षम और मजबूत सरकार के पक्ष में खड़ा हूं।
कर्नाटक में ये है स्थिति
कर्नाटक राज्य विधानसभा में कुछ 224 सीटें हैं। यहां 113 का आंकड़ा बहुमत का है। भाजपा के पास सर्वाधिक 104 विधायक है। कांगे्रेस के 80 और जेडीएस के 37 विधायक हैं। वहीं, तीन निर्दलीय हैं। नागेश और शंकर को छोड़कर बसपा विधायक ने अक्टूबर, 2018 में कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, उन्होंने बाहर से सरकार को समर्थन देने की बात कही थी।