बैतूल, जिले के बांस पानी गांव में अगर जल्दी ही पीने के पानी की समस्या का समाधान नहीं हो पाया,तो मवेशियों के लिए पानी मुहाल करना मुश्किल हो जाएगा। बीते कुछ दिनों से गांव के लोगों ने पानी की कमी के बाद सबसे पहले मवेशियों को पानी देना कम कर दिया है। अब वह दिन में बडी मुश्किल से मवेशियों को सिर्फ एक बार ही पानी दे पा रहे हैं।
इस गांव में कुल मिलाकर 10 हैण्डपम्प है जिनमें पांच में पानी आना बंद हो गया है। जबकि बाकी क पांच में थोडी कठिनाई के बाद गांव के लोगों को अपनी प्यास बुझाने का मामूली पानी मिल रहा है। हालांकि नल जल योजना का काम भी कस्बे में चल रहा ह,लेकिन ग्राम पंचायत में दूरदृष्टि का अभाव होने से वह बंद ही रहती है।
अगर यह नियमित हो जाए तो पानी की पूर्ति की जा सकेगी। इसके अलावा गांव के 2 तालाबों का पानी सूख जाने से भी संकट बढ़ गया है। जिससे मवेशियों को काफी संकट है। अब अन्य कोई जलस्रोत नही है जो पानी दे सके। ट्यूब वेल बंद होने लगे हैं,जिससे समस्या आ रही है। इधर,ग्राम पंचायतें भी हैण्डपम्प खनन का काम नहीं कर रही जिससे कंठ तर रखना काफी पेंचीदा काम होता जा रहा है। इधर,गांव के साईकिल और ठेलों पर दूर दराज के इलाकों से सायकिल पर पानी लाते दिखाई दे जाएंगे।