इलाहाबाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यायपालिका की बढ़ती समस्या और चुनौतियों के संदर्भ में रविवार को न्यायालयाीन कामकाज में नई तकनीक के इस्तेमाल की बात कही है।
प्रधानमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस जे.एस खेहर की मौजूदगी में यह बात कही मौका था,इलाहाबाद हाई कोर्ट की 150 वीं वर्षगांठ के समापन समारोह का।
मोदी ने कहा कि उप्र में योगी सरकार जेल और कोर्ट को आपस में जोडऩे का कमाल कर दिखाएगी। उन्होंने कहा कि कानूनी झंझट कम हो इसके लिए पुराने कानून खत्म कर हम नाय कानून ला रह हैं। पीएम ने सु़झाव दिया कि अगर अदालतों और जेलों को विडियो कॉन्फ्रें सिंग से जोड़ लिया जाए तो फिर समय बच सकेगा।
मोदी ने कहा कि, कानून घटने से बोझ कम होगा और न्यायपालिका मजबूत होगी
। उन्होंने कहा बदलते युग में तकनीक का भी बड़ा अहम रोल है, तकनीक से चीजों में काफी सरलता आएगी। अब किसी मुकदमे के रेफरेंस के लिए किताबों को पढऩे के बजाए गूगल से जानकारी मिल जाती है। यह गुणात्मक बदलाव आया है। हर स्तर पर तकनीक का इस्तेमाल करके हम शार्प बन सकते हैं।
पीएम ने साथ ही 2022 में देश की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के लिए लोगों से संकल्प करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, अगर सब मिलकर प्रयास करेंगे तो इच्छित परिणाम लाने में सफल रहेंगे। मोदी ने न्यू इंडिया का सपना पूरा हो इसका प्रयास करने की अपील की।