पुणे, उप्र में सत्ता बदलने के साथ ही राम मंदिर निर्माण को लेकर शहरों में जो पोस्टर लगाए गए हैं,उन्हें लेकर विवाद शुरू हो गया है। क्योंकि मंदिर निर्माण के समर्थन में कुछ मुस्लिम संगठनों की तरफ से पोस्टर का दावा था। लेकिन पोस्टर में प्रदर्शित एक तस्वीर पुणे के मौलाना की है, जबकि मौलाना का कहना है कि उनकी तस्वीर को बगैर उनकी सहमति लिए छापा गया है। मौलाना का नाम मौलाना शाबीह अहसान काज़मी है। उनके हवाले से एक अखबार में छपा है कि उन्हें लखनऊ गए हुए 8-9 बीत चुके हैं। लेकिन लखनऊ से उनके पास फोन आए हैं,जिनमें पोस्टरों में उनकी तस्वीर होने की जानकारी दी गई है।
जिसके बाद मौलाना ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवाई है। उनका कहना है कि कुछ असामाजिक तत्व बिना उनकी अनुमति लिए उनकी तस्वीर पोस्टर में चस्पा कर रहे हैं।
मौलाना ने कहा कि हकीकत में वह इन पोस्टरों से किसी भी तरह जुड़े नहीं हैं।
मौलाना ने अखबार को अयोध्या मसले पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी,उनका कहना था मामला अदालत में लंबित है,जिसका फैसला आ जाने दीजिए।