भुवनेश्वर, ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के कलिंगा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए विश्व कप हॉकी 2018 के फाइनल मुकाबले में बेल्जियम ने नीदरलैंड्स को पेनल्टी शूट आउट में 3-2 से हराकर पहली बार खिताब अपने नाम किया। निर्धारित 60 मिनट में दोनों टीमों के बीच मुकाबला 0-0 से बराबर रहने के बाद पेनल्टी शूट आउट के जरिए विश्व विजेता का फैसला हुआ। जिसमें बेल्जियम की टीम ने 3-2 से बाजी मारी। नीदरलैंड्स की टीम अपने चौथे विश्व खिताब के लिए खेल रही थी लेकिन पहली बार विश्व कप फाइनल खेल रही बेल्जियम की टीम ने उसका सपना तोड़ दिया।
बेल्जियम और नीदरलैंड्स के बीच इससे पहले 2017 में यूरो हॉकी नेशंस चैम्पियनशिप के फाइनल में हुआ था, जहां डच टीम ने बेल्जियम को 4-2 से हराकर खिताब अपने नाम किया था। नीदरलैंड्स की टीम ने 1973, 1990 और 1998 में विश्व कप खिताब अपने नाम कर चुकी है। वहीं बेल्जियम की टीम पहली बार हॉकी विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। नीदरलैंड्स को 2014 के हॉकी विश्व कप में फाइनल में आस्ट्रेलिया के हाथों 6-1 से हार का सामना करना पड़ा था। नीदरलैंड्स की टीम ने फाइनल में मिली इस हार का बदला ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में पेनल्टी शूट आउट में 4-3 से हराकर ले लिया। निर्धारित समय में बेल्जियम और नीदरलैंड्स में से कोई भी गोल नहीं कर सका, अब विश्व विजेता का फैसला पेनल्टी शूट आउट में होगा।