लखनऊ,समाजवादी पार्टी (सपा) से नाता तोड़कर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के नाम से राजनीतिक दल बनाने के बाद शिवपाल यादव ने रविवार को लखनऊ में ‘जनाक्रोश रैली’ का आयोजन किया। रैली में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी पहुंचे। मुलायम सिंह यादव ने लाल टोपी और समाजवादी गमछा ओड रखा है। रैली में मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव ने भी हिस्सा लिया। रैली में मुलायम के पहुंचते ही शिवपाल के समर्थकों ने स्वागत किया। रामाबाई मैदान में जनाक्रोश रैली के माध्यम से शिवपाल ने राज्य की राजनीति में अपना प्रभाव दिखाने की कोशिश की है।
समाजवादी पार्टी से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया नाम से नयी पार्टी का गठन करने वाले शिवपाल सिंह यादव ने राजधानी में बड़ी रैली करके अपनी ताकत दिखायी। शिवपाल सिंह यादव ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि उसने देश को कमजोर किया है और वह लोकसभा चुनाव में सियासी फायदा लेने के लिये दंगा भड़काना चाहती है। उन्हांेने ऐलान किया कि हम भाजपा को देश और प्रदेश से हटाएंगे। हम शांति और भाईचारा चाहते हैं लेकिन सांप्रदायिक लोग दंगे भडकाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1992 में तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा सुरक्षा की गारंटी का हलफनामा देने के बावजूद बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया गया था। वह देश में फिर से वो ही आग फैलाना चाहती है। आज लोग मुसलमान का नाम लेने में घबराने लगे हैं।
प्रसपा मुखिया ने कहा कि वर्तमान बेईमान, निकम्मी और झूठी सरकार को हटाने की आवश्यकता है। हम और नेता जी (सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव) मुसलमानों के साथ खड़े हैं। हम कर्मचारियों को पुरानी पेंशन भी देना चाहते हैं। वायदा करते हैं कि हम पुरानी पेंशन दिलाने का काम करेंगे। संविदाकर्मियों को भी समायोजित करने की दिशा में वह गंभीरता से प्रयत्न करेंगे। उन्होंने नारेबाजी के बीच आश्वासन दिया कि नौजवानों के लिए रोजगार की वह व्यवस्था करेंगे।
रैली में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव अपनी छोटी पुत्रवधू अपर्णा यादव के साथ पहुंचे। उनकी मौजूदगी में षिवपाल सिंह यादव ने कहा कि नेता जी (मुलायम) भी आज यहां हैं। शिवपाल ने कहा कि यहां नेताजी बैठे हैं। आपके साथ मैंने 40 साल काम किया है। हम तो नेताजी से साथ सपा में ही रहना चाहते थे। मुख्यमंत्री क्या मंत्री का भी पद नहीं मांगा।
हालांकि रैली में उस समय असहज स्थिति पैदा हो गयी जब मुलायम सिंह यादव ने मंच संभलवा और षिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रगतिषील समाजवादी पार्टी-लोहिया की जगह समाजवादी पार्टी की चर्चा करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सबको लेकर चलती है। सबको इंसान मानती है, चाहे अगड़ा हो या पिछड़ा, हिन्दू हो या मुसलमान। उन्होंने कहा कि आप सबको सपा को मजबूत करना है। इस दौरान उनके बगल में खड़े शिवपाल और अपर्णा ने जब मुलायम को टोका तो पहले तो थोड़ा झल्लाये लेकिन बाद में सपा का नाम लेना बंद कर दिया।