जयपुर, चुनाव आयोग अपने संसाधनों की शक्ति का प्रयोग करते हुए आम आवाम को समझा रहा है कि वोट डालना अपना अधिकार है पर इस अधिकार को आमेर विधानसभा क्षेत्र में आने वाले सेवापुरा ग्राम पंचायत के लोगों ने बहिष्कार करने का गांव में बोर्ड लगा दिया है। उनकी पीड़ा ग्राम पंचायत में चलने वाले नगर निगम के डंपिग यार्ड को लेकर है जो पिछले कई महीनों से बंद है और कचरे के बने पहाड से ढेर की बदबू से पूरी पंचायत के लोग दुखी और बीमार हो रहे है।
पंचायत के लोगों का कहना है कि कचरे की वजह से वायु प्रदूषण फैल रहा है तो जमीन के अंदर पानी भी काला पड गया है जिसके पीने से अनेको बीमारियां लोगो को लग गई है। उन्होने कहा कि गांव के लोगों में कैसर, चर्मरोग, बुखार, टीबी व अन्य कई ऐसी बीमारियां लग गई है जिनका ईलाज करा पाना असंभव सा हो गया है जिसकी चलते पूरी ग्राम पंचायत के लोगों ने चुनावी दौर में पहुंचने वाले उम्मीदवारों को गांव में नहीं घूसने दिया जा रहा है गांव के बाहर बोर्ड लगाकर लिख दिया है कि सब समस्याओं का समाधान नहीं होगा जब तक वोट नहीं डालेंगे पर जनसेवा के कार्य में लगे भानु प्रताप कहते है कि पूरी पंचायत के लोगों ने एक स्वर में इस बार वोट नहीं डालने का संकल्प लिया है क्योंकि नगर निगम प्रशासन को हजारों बार की गई शिकायत के अलावा जनप्रतिनिधियों को भी इस बदबू की मुसीबत से छूटकारा पाने के लिए ज्ञापन और शिकायते दी गई है। लोग कहते है कि इस डंपिग यार्ड में इकठ्ठे हो रहे कचरे के पहाड जैसे ढेर से निकलने वाली बदबू और पैदा होने वाली बीमारियों ने 15 साल से हमारी जिंदगी को नर्क बना दिया है।