नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस माह के आखिरी रविवार को देशवासियों से मन की बात करते हुए उन्हें भारतीय नववर्ष की बधाई दी है,जो 29 मार्च को गुड़ी पड़वा के साथ शुरु होगा। पीएम बनने के बाद यह 30 वीं बार अवसर था,जब मन की बात कार्यक्रम से मोदी ने देश के लोगों को संबोधित कर अपनी बात कही है।
पीएम ने बच्चों के 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा का जिक्रकरते हुए कहा कि वह मेहनत और लगन से पढ़ाई करेंगे,तो परिणाम भी अच्छे आएंगे। बांग्दालादेशियों को उन्होंने उनके स्वतंत्रता दिवस पर बधाई दी है,और कहा कि वह भारत का अच्छा दोस्त है।
शहीद भगत सिंह की बात करते हुए मोदी ने कहा कि 23 मार्च को शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान की गाथा को हम शब्दों में अलंकृत नहीं कर पाएंगे। कहा वह हम सब की प्रेरणा हैं। उन्होंने युवाओं से भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की समाधि पर जरूर जाने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा यह चंपारण सत्याग्रह की शताब्दी का वर्ष है। सार्वजनिक जीवन की शुरुआत करने वालों के लिए चंपारण सत्याग्रह अध्ययन का विषय है। चंपारण सत्याग्रह ने हमें दिखाया कि महात्मा गांधी कितने विशेष थे और उनका व्यक्तित्व क्या था। उन्हांने कहा गांधी जी ने संघर्ष और सृजन दोनों सिखाया है।
पीएम ने न्यू इंडिका की चर्चा करते हुए कहा कि बदलाव की चाह, बदलाव का प्रयास ही नये भारत,न्यू इंडिया की मज़बूत नींव डालेगा। हर हिंदुस्तानी देश को बदलना चाहता है। पीएम मोदी न्यू इंडिया को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि सवा-सौ करोड़ देशवासियों का आह्वान है।
पीएम मोदी ने कहा कि कामकाजी महिलाओं की मैटरनिटी लीव 12 सप्ताह से बढ़ा कर 26 सप्ताह कर दी जाएगी। पीएम ने कहा कि उसका मूल उद्देश्य उस नवजात शिशु की देखभाल, भारत का भावी नागरिक , जन्म के प्रारंभिक काल में उसकी सही देखभाल हो, मां का उसको भरपूर प्यार मिले, तो हमारे ये बालक बड़े हो करके देश की अमानत बनेंगे।