नवभारत के प्रधान संंपादक प्रफुल्लजी का निधन, आज शाम अंतिम संस्कार

भोपाल,’देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र नवभारत के प्रधान संंपादक एवं पूर्व राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल कुमार माहेश्वरी का गुरुवार देर रात यहां देहावसान हो गया. उन्हें दिल का दौरा पड़ा जो प्राणघातक साबित हुआ. वह 76 वर्ष के थे. उनका अंतिम संस्कार आज शाम 4 बजे भदभदा विश्रामघाट पर किया जा रहा है . उनकी शवयात्रा निवास स्थान ई-3/22 से प्रस्थान करेगी. वह अपने पीछे धर्मपत्नी श्रीमती बृज माहेश्वरी, तीन पुत्र संदीप माहेश्वरी,संजीव माहेश्वरी एवं सुमीत माहेश्वरी सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं.
उनके निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुरेश पचौरी ने गहन शोक व्यक्त करते हुए इसे पत्रकारिता एवं राजनीतिक क्षेत्र की अपूरणीय क्षति बताया है.प्रफुल्लजी न्यूज एजेंसी यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (यूएनआई) के चेयरमैन एमेरिटस और मध्यप्रदेश दैनिक समाचार पत्र संघ के संस्थापक अध्यक्ष भी थे. राज्यसभा सांसद के रूप में श्री प्रफुल्लजी विभिन्न महत्वपूर्ण संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे. वरिष्ठ पत्रकार के रूप में वह विभिन्न प्रधानमंत्रियों के साथ विदेश दौरों पर भी गए थे. उन्होंने मध्यप्रदेश उद्योग एवं वाणिज्य महासंघ के संयुक्त अध्यक्ष का दायित्व भी निभाया.
31 अगस्त, 1942 को जन्में प्रफुल्ल कुमार माहेश्वरी ने पत्रकारिता को अधिकांश भारतीयों की तरह पैतृक धरोहर की तरह ही अपनाया था. स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार में जन्मे और पले-बढ़े होने के नाते उन्होंने उन सभी नैतिक मूल्यों को आत्मसात किया, जो आज विरले ही मिल पाते हैं. नागपुर विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त माहेश्वरी एक वरिष्ठï पत्रकार होने के नाते कई प्रधानमंत्रियों के साथ प्रेस प्रतिनिधिमंडल के सदस्य की हैसियत से विदेशों के दौरों पर गए. चीन और यूरोपीय देशों की यात्राओं के दौरान प्रकाशित उनके अभिमत और समाचार रपटों को खासा सराहा गया. उन्होंने इंग्लैंड, जर्मनी, अमेरिका, मैक्सिको, चीन, फ्रांस, जापान, स्विट्जरलैंड तथा कई अन्य यूरोपीय देशों की यात्राएं की. उन्हें जर्मनी के एकीकरण से पूर्व उन्हें जर्मन सरकार द्वारा पर्यवेक्षक के रूप में आमंत्रित किया गया था. युवा सांस्कृतिक विनियोग प्रतिनिधिमंडल के नेता के रूप में उन्होंने विश्व भ्रमण किया. फेडरेशन ऑफ मध्यप्रदेश, चेम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्री के संयुक्त अध्यक्ष की हैसियत से प्रदेश में व्यवसाय और उद्योग की विभिन्न समस्याओं को सरकार के सम्मुख प्रस्तुत करने और उनके निराकरण में हमेशा उनकी अग्रणी भूमिका रही है. उपसभापति के रूप में एम.पी. रेडक्रास सोसायटी के विकास में भी उनका योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा.
माहेश्वरी लंबे समय तक फ्रीमेसनरी आंदोलन से जुड़े रहे हैं और पूर्व डिप्टी ग्रैण्ड मास्टर तथा पूर्व क्षेत्रीय ग्रैण्ड मास्टर, पश्चिमी भारत के रूप में उनकी इस मूवमेंट में भी खासी ख्याति रही. वह एक बहुआयामी रोटेरियन थे तथा वर्ष 1998-99 में डिस्ट्रिक्ट 3040 का रोटरी गवर्नर रहे.माहेश्वरी केंद्र और राज्य सरकार की कई समितियों के सदस्य भी रहे. वह रायल कामनवेल्थ सोसायटी फार ब्लाइंड द्वारा निर्मित भोपाल आई हॉस्पिटल ट्रस्ट के सभापति थे. इस अस्पताल ने गैस त्रासदी के बाद भोपाल और आसपास के क्षेत्र में गैस प्रभावितों की सेवा-सुश्रुषा में उल्लेखनीय योगदान किया. वह रॉयल ओवरसीज लीग लंदन की भोपाल शाखा से मानद संपर्क सचिव के रूप में संबद्ध थे. वह पूर्व में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् तथा अब इंडियन मर्चेंट्स चेम्बर, मुंबई की कार्यकारिणी समिति के सदस्य थे. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी, पटना के बोर्ड ऑफ गवर्नर के सदस्य भी रहे. अपने छात्र जीवन में शौकिया पायलट रहे माहेश्वरी नागपुर फ्लाइंग क्लब के सदस्य रहे. खेलों में बैडमिंटन, टेनिस और बिलियड्र्स उनकी पसंदीदा विधाएं रहीं. उन्होंने कई विश्वविद्यालय और राज्य स्तरीय स्पर्धाओं में हिस्सा भी लिया. माहेश्वरी साहित्य के गहन गंभीर अध्येता रहे थे और विशिष्टï क्षेत्रों के उनके अभिमत परिपक्व और प्रामाणिक माने जाते हैं.

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