शाजापुर/बड़नगर,कांग्रेस किसानों के नाम पर कांव-कांव करती है। देश में 70 सालों तक कांग्रेस की सरकारें रहीं। कांग्रेस बताए कि उसने अपने 70 सालों के शासन में किसानों के लिए क्या-क्या किया ? कांग्रेस से यह सवाल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शाजापुर और उज्जैन जिले के बड़नगर में में आयोजित जनसभाओं में किया। उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों से कहा कि आपका एक-एक वोट प्रदेश का भविष्य तय करने वाला है। आपका एक-एक वोट गरीबों, किसानों और आदिवासियों के चेहरों पर खुशहाली लाने का फैसला करने वाला है, गरीबो के घरों में रोशनी करने वाला है।
कांग्रेस में नेता, नीति और सिद्धांत तय नहीं
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि आने वाले दिनों में आप ये फैसला करने वाले हैं कि प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी। आपके सामने दो पाटियों हैं। एक भाजपा और दूसरी कांगेस। श्री शाह ने कहा कि हमारे यहां नेता तय है। यह तय है कि हम शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में लड़ेंगे। ये भी तय है कि शिवराजसिंह चौहान अगले 6 साल तक प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में प्रदेश का विकास करेंगे। श्री शाह ने पूछा कि कांग्रेस बताए आपका नेता कौन है? आप किस के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस न अपना नेता तय कर पाई है और न पार्टी की नीति और सिद्धांत तय हो सके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठ वादे करके मध्यप्रदेश को फिर से विकास की पटरी से उतारना चाहती है। कांग्रेस ने किसानों के नारे लगाए, किया कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार ने गांवों को रोड से जोड़ने का काम किया। सरकार ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान खिलाई, प्रदेश के जीडीपी में 6 गुना, बजट में 10 गुना, प्रति व्यक्ति आय में 5 गुना वृद्धि की और कृषि विकास दर को बढ़ाकर 18 प्रतिशत पर पहुंचाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय में प्रदेश में सिर्फ 7.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होती थी, भाजपा सरकार ने इसे 40 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाया। अगले 5 सालों में इसे 80 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाने का लक्ष्य है। श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार किसानों से कर्ज पर 16 फीसदी ब्याज लेती थी, लेकिन शिवराजसिंह की सरकार ने इसे घटाकर 0 प्रतिशत कर दिया। श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार सिर्फ 1300 करोड़ का लोन किसानों को देती थी, भाजपा की सरकार ने इसे 13588 करोड़ रुपए कर दिया।