जयपुर,राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी पर टिकट बांटने में हिंदुत्व एजेंडा अपनाने के भले ही आरोप लग रहे हों, इस बार लेकिन वसुंधरा राजे ने बीजेपी के उन सभी विधायकों का टिकट काट दिया है जो हिंदुत्व के नाम पर मुसलमानों को भला-बुरा कहते थे। मॉब लिंचिंग का खुलेआम समर्थन करने वाले दो विधायक सहित एक मंत्री का टिकट कट गया है और एक मंत्री को अबतक टिकट नहीं मिला है। इनमें सबसे पहला नाम अलवर के रामगढ़ से विधायक ज्ञानचंद आहूजा का है। आहूजा खुले आम गौहत्या के नाम पर लोगों को मारने वालों के बचाव करते हुए कहते थे कि गौ हत्या के आरोपियों को पीट-पीटकर मार डाला चाहिए। इसी तरह से मुसलमानों को पाकिस्तान जाने की बात भी करते थे लेकिन वसुंधरा राजे ने उन्हें इस बार वनवास भेज दिया है।
इसी तरह अलवर शहर के विधायक बनवारीलाल सिंघल हिंदुत्व के ब्रांड नेता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बहुत करीबी थे। वे अक्सर बोलते रहे हैं कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है और कांग्रेस को हराने के लिए सभी हिंदू एकजुट हो जाएं। चुनाव की घोषणा से पहले ही हिंदुत्व के नाम पर वोट मांग रहे सिंघल को वसुंधरा राजे ने टिकट काटकर घर रवाना कर दिया है। टिकट कटने वालों में नाम सरकार में शामिल मंत्री धन सिंह रावत का भी है। 10 दिन पहले वीडियो सामने आया था जिसमें धन सिंह एक सभा को संबोधित करते हुए यह सुने गए थे कि ‘मुसलमानों को राजस्थान से निकालना है तो बीजेपी को वोट दीजिए, अगर आप सभी हिंदू बीजेपी को वोट नहीं देने वाले तो मुसलमान हावी हो जाएंगे। बालवाड़ी विधायक रावत के इस वीडियों पर निर्वाचन आयोग ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। इनका टिकट वसुंधरा राजे ने काट दिया है। कुल मिलकर वसुंधरा राजे उन सभी विवादित नेताओं के पार कट दिए हैं जो कि उनकी सरकार के दौरान खूब विवाद बयान देते रहत थे।
इसके अलावा राजस्थान सरकार में शामिल श्रममंत्री जसवंत यादव के वीडियो सोशल मीडिया में चल रहे थे जिसमें अपनी सभाओं में मुसलमानों को भला बुरा कहके हिंदुओं को बीजेपी को वोट देने की अपील कर रहे थे। इनके भी बहरोड सीट की घोषणा कर दिया गया हैं कहा जा रहा हैं कि इस बार जसवंत यादव को टिकट नहीं दिया जा रहा। वसुंधरा सरकार ने इस बार गौहत्या के नाम पर हो रहे मॉब लिंचिंग के जितने भी समर्थक विधायक थे, सबकी चुनाव लड़ने से विदाई कर दी है। जिन लोगों के टिकट कटे हैं, वे सभी संघ के करीबी माने जाते हैं। इसके बाद चर्चा चल रही है कि इस बार टिकट वितरण में किसकी चली है। संघ ज्यादा हावी है या वसुंधरा राजे, कहीं-कहीं संघ भले ही टिकट दिलवा दिया है लेकिन वसुंधरा राजे की लिस्ट पूरी तरह से दिख रही है।