कोलकाता,त्यौहारी सीजन में गोल्ड की सेल्स पिछले वर्ष के लेवल पर या इससे कुछ अधिक रहने की उम्मीद है। इंडस्ट्री के एग्जिक्युटिव्स का कहना है कि गोल्ड के इंटरनेशनल प्राइसेज में तेजी और कमजोर रुपये के असर को लाइटवेट जूलरी की डिमांड और निवेश के सुरक्षित विकल्प के तौर पर इसकी खरीदारी से कम करने में मदद मिलेगी। पिछले वर्ष त्यौहारी सीजन में गोल्ड की बिक्री पर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स से संबंधित मुश्किलों का असर पड़ा था। गोल्ड की खरीदारी के लिए शुभ माने जाने वाले धनतेरस पर्व के नजदीक आने के साथ ट्रेडर्स जूलरी सेल्स में 10-20 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगा रहे हैं। शेयर बाजार में हाल की गिरावट से निवेश के तौर पर गोल्ड की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है। त्यौहारी सीजन में खरीदारी का ट्रेंड तय करने वाले दशहरा पर जूलरी की बिक्री मंदी रही थी। दशहरा पर गोल्ड की कीमत 32,625 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। मंगलवार को गोल्ड का प्राइस दिल्ली में 32,620 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के चेयरमैन अहमद एमपी ने बताया, रुपये की कमजोरी और शेयर बाजार के टूटने के कारण दशहरा पर गोल्ड के महंगा होने से मार्केट में ये अटकलें है कि इस त्यौहारी सीजन में बायर्स गोल्ड जूलरी खरीदने से बच सकते हैं। जूलर्स अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए कैलेंडर ईयर के अंतिम क्वॉर्टर से उम्मीदें रखते हैं, क्योंकि इस दौरान फेस्टिव सीजन के साथ ही विवाह भी बड़ी संख्या में होते हैं। लेकिन गोल्ड की कीमत बढ़ने से खरीदारी पर कुछ असर पड़ सकता है।’
ऑल इंडिया जेम एंड जूलरी डमेस्टिक काउंसिल के पूर्व चेयरमैन अशोक मीनावाला ने कहा कि डिमांड पिछले वर्ष के स्तर पर या इससे अधिक रह सकती है। 2017 के अंतिम क्वॉर्टर में गोल्ड की डिमांड दो प्रतिशत बढ़कर 249.3 टन रही थी, जो 2016 की समान अवधि में 244 टन थी। इंडिया बुलियन एंड जूलर्स एसोसिएशन के वाइस प्रेजिडेंट सौरभ गाडगिल ने कहा, शेयर्स और म्यूचुअल फंड्स जैसे निवेश के अन्य विकल्पों में गिरावट आने से निवेश के लिए गोल्ड की डिमांड बढ़ सकती है। मुंबई की पोपली एंड संस के डायरेक्टर राजीव पोपली ने बताया, 2016 में दिवाली की बिक्री पर नोटबंदी का असर पड़ा था। 2017 में जीएसटी और इससे जुड़े भ्रम के कारण बिक्री कमजोर रही थी। इस वर्ष मार्केट में ऐसा कोई मुद्दा नहीं है और हम डिमांड 15-20 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि, लाइटवेट जूलरी की डिमांड अधिक रह सकती है।’मुंबई के झावेरी बाजार के जूलर्स का कहना है कि दिवाली के निकट आने के साथ रुक्षान सकारात्मक हो रहा है। हालांकि, बी 2 बी मार्केट में गोल्ड अभी भी 4 डॉलर प्रति औंस के डिस्काउंट पर उपलब्ध है, क्योंकि जूलर्स की ओर से डिमांड मंदी है। पिछले सप्ताह डिस्काउंट 6 डॉलर प्रति औंस का था।
निवेश के तौर पर गोल्ड की डिमांड बढ़ने की उम्मीद
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