भोपाल, पोल-खोल अभियान समिति के अध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि कांग्रेस की चुनाव आयोग में शिकायत के बाद मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद ने चुनाव में बांटने के लिये कार्यालय में रखी भाजपा की प्रचार सामग्री रातों-रात जलाकर नष्ट कर दी। इतना ही नहीं परिषद के पांच सौ समन्वयकों को आरएसएस के राम भाऊ म्हालगी प्रबोधनी संस्थान मुंबई, असम स्थित सेवा भारती के प्रकल्प, भोपाल के शारदा बिहार और बैरागढ़ के मूनलाईट गार्डन में चुनाव प्रचार से संबंधित विशेष प्रशिक्षण के भुगतान की फाइल चुनाव आयोग के डर से अज्ञात स्थानों पर पहुंचा दी। इससे संबंधित अन्य रिकार्ड भी जलकर नष्ट कर दिये।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से परिषद के उपाध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय शिवाजी नगर भोपाल में आवंटित शासकीय बंगला सी-21 से भाजपा की चुनावी गतिविधियां चलने के कारण सील करने की मांग भी की थी। इसके बाद रातों-रात वहां से भी भाजपा के प्रचार संबंधी सारा सामान गायब कर दिया गया।
गुप्ता ने आरोप लगाया है कि पिछले सोमवार को भोपाल के हिन्दी भवन में जो संत सभा आयोजित की गयी थी वह भी जन अभियान परिषद के सहयोग से हुई थी। इसमें शिवराजसिंह भी शामिल हुए थे। परिषद ने राजाभोज एकल अभियान समिति के माध्यम से इसे आयोजित किया था। साधू-संतों को सरकारी उपक्रम मैपकास्ट के गेस्ट हाऊस में रूकवाया गया था। इन्हें वहीं भोजन भी परोसा गया था, जिसमें परिषद के अधिकारी सहयोग करते नजर आये। गुप्ता ने इसे स्क्रीन के माध्यम से पत्रकारों को दिखाया। कांग्रेस ने इसकी भी शिकायत चुनाव आयोग से की थी। ज्ञात हुआ है कि राजाभोज एकल अभियान समिति के संचालक राजेश तिवारी के विरूद्व भी एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिये हैं। चूंकि साधू-संतों को मैपकास्ट के गेस्ट हाउस में रूकवाया गया था, इसलिये मैपकास्ट और जन अभियान परिषद के अधिकारियों के विरूद्व भी एफआईआर कर सरकार को उनके निलंबन की कार्यवाही करना चाहिए।