नई दिल्ली,भारतीय जनता पार्टी के सांसद चिंतामणि मालवीय ने सुप्रीम कोर्ट के आतिशबाज़ी सम्बन्धी निर्णय पर ट्वीट कर ऐलान किया है कि उन्हें हिन्दू परंपरा में किसी की दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं है और वह इसके लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। मालवीय ने ट्वीट किया, मैं अपनी दिवाली अपने परंपरागत तरीके से मनाऊंगा और रात में लक्ष्मी पूजन के बाद 10 बजे के बाद ही पटाखे जलाऊंगा। उन्होंने कहा कि मेरी धार्मिक परंपराओं के लिए अगर मुझे जेल भी जाना पड़े तो मैं खुशी-खुशी जेल भी चला जाऊंगा।
भाजपा सांसद ने कहा, ‘हमारी धार्मिक परंपराएं और त्योहार हिंदू कैलेंडर के मुताबिक होते हैं। मैं दिवाली पर तभी पटाखे फोड़ूंगा जब पूजा खत्म कर लूंगा। त्योहारों को हम समयसीमा में नहीं बांध सकते। ऐसे प्रतिबंध तो मुगलों के काल में भी नहीं लगे थे। यह स्वीकार नहीं है।’
ज्ञात रहे कि पटाखों की बिक्री पर लगा बैन सुप्रीम कोर्ट ने आज कुछ शर्तों के साथ हटाया है। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से केंद और राज्य सरकार को निर्देश दिए गए हैं और कहा गया है कि कम प्रदूषण वाले ग्रीन पटाखे का ही इस्तमाल समय सीमा में किया जा सकेगा । सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, यह समयसीमा (8-10 बजे तक) पूरे देश पर लागू होगी। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा, इस आदेश पर अमल करने के लिए हर इलाके का एसएचओ जवाबदेह होगा, और अगर आदेश का पालन नहीं हुआ, तोएसएचओ को निजी तौर पर कोर्ट की अवमानना का दोषी माना जाएगा।