भोपाल,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सिंह से ‘‘चालीस दिन-चालीस सवाल’’ पूछने की कड़ी में स्वर्णिम से समृद्ध मध्यप्रदेश लेकर आज चौथा सवाल किया और कहा मोदी सरकार ने राज्यों का संपत्ति सूचकांक जारी किया है, जिसमें मप्र के सिर्फ़ 15.8% परिवार ही इसके दायरे में आते हैं। इतनी खराब स्थिति बड़े राज्यों में छत्तीसगढ़ और बिहार की है। जहाँ चंडीगढ़ के 78.5% ,पंजाब के 60.7प्रतिशत, हिमाचल जैसे राज्य के 31प्रतिशत परिवार संपन्न हैं। ( लोकसाभा-प्रश्न 174- 2/2/2018 ) इसी तरह मोदी सरकार की सितम्बर 2017 में जारी रिपोर्ट बताती है कि 2006 से 2016 के बीच मध्यप्रदेश में गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों की जनसंख्या 27% बढ़ गई है। वहीँ केंद्र के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा किए गए सर्वे (2016) में मप्र में सिर्फ 36% लोग पक्के घरों में रहते हैं। इधर,मप्र में सिर्फ 23% घरों में नल द्वारा पीने का पानी आता है (शहरों में 51% और गांवों मे 11%)। जबकि मप्र के सिर्फ 30% लोग खाना बनाने के लिए स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल करते हैं,और मध्यप्रदेश में 57% परिवार अभी भी खुले में शौच के लिए मजबूर हैं।