भोपाल, मध्यप्रदेश में पिछले 15 सालों में भाजपा की सरकार के रहते चिकित्सा और स्वास्थ्य की सुविधाएं बद से बदहाल हुई हैं। इन सुविधाओं की बदहाली के संबंध में भाजपा की केंद्र शासित मोदी सरकार ने खुद ही राज्यसभा में पूछे गए सवालों के जवाब में स्वीकार किया है कि मध्यप्रदेश में चिकित्सा और स्वास्थ्य सुविधाओं का ढांचा पूरी तरह चरमरा गया है। प्रदेश में चिकित्सा और स्वास्थ्य की बदहाली के संबंध में प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चैहान जनता के सामने इस बात का जवाब दें किसके लिए कौन जिम्मेदार है। यह सवाल मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश की साढे सात करोड़ जनता की ओर से भाजपा सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चैहान से किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विधानसभा चुनाव के इन 40 दिनों में 40 सवालों की श्रृंखला शुरू की है। जिसमें प्रदेश सरकार की नाकामी, निकम्मेपन, भ्रष्टाचार और घोटालों से संबंधित सवाल उठा कर जनता की ओर से जवाब मांगा जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा जनता की ओर से उठाए जाने वाले 40 सवालों की श्रंखला के पहले दिन उठाए गए पहले प्रश्न मे चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि ‘‘मामा और मंत्री मदमस्त-क्यों कर दी स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त। इस सवाल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि एक ओर तो उनकी केंद्र सरकार चिकित्सा और स्वास्थ्य को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के सैकड़ों गांवों में खुले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वीकृत किए गए डाॅक्टरों की 1117 पदों में से 817 पद आज भी खाली पड़े हैं। ऐसे में गांव की गरीब-मजदूर जनता किस तरह से स्वास्थ्य व चिकित्सा की प्राथमिक सुविधाएं प्राप्त कर पा रही होगी?