गुरुग्राम,गुरुग्राम में शनिवार अपराह्न अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत शर्मा के गनर ने उनकी पत्नी और बेटे को गोली मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। मेदान्ता अस्पताल में उपचार के दौरान न्यायमूर्ति शर्मा की पत्नी रितु की उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि बेटा ध्रुव फिलहाल जीवन और मौत के बीच झूल रहा है।
उल्लेखनीय है कि यह साउथ सिटी-2 में यह दिल दहला देने वाली गोलीबारी दोपहर 3.30 बजे हुई, उस दौरान साप्ताहिक बाजार में दुकान लगाने वाले बड़ी संख्या में मौजूद थे। आरोपी हेड कॉन्स्टेबल महिपाल यादव (40) को घटना के दो घंटे बाद गुड़गांव-फरीदाबाद मार्ग से गिरफ्तार कर लिया गया है।
एक राहगीर द्वारा बनाए घटना के बाद के विडियो में आसपास के लोग सहमे हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान महिपाल जज के लहूलुहान बेटे ध्रुव को सड़क पर खींच रहा है और उसे परिवार की होंडा सिटी कार की पिछली सीट पर बिठाने की कोशिश कर रहा है। दो नाकाम कोशिशों के बाद वह ध्रुव को बीच सड़क पर ही छोड़कर कार के साथ फरार हो गया। महिपाल के जाने के बाद ही वहां मौजूद लोगों ने ध्रुव के पास पहुंचने की हिम्मत जुटाई।
भीड़ में से कुछ लोग जख्मी रितु और ध्रुव की मदद के लिए आगे आए। लोगों ने ध्रुव के सिर पर कपड़ा बांधकर बह रहे खून को रोकने की कोशिश की। इसके बाद दोनों को नजदीकी पार्क अस्पताल में एडमिट कराया। हालत में सुधार न होने पर उन्हें मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया। जहां इलाज के दौरान जज की पत्नी रितु की मौत हो गई।
जज से बोला तुम्हारी बीवी-बेटे को मारी गोली
शनिवार को शाम 4.45 बजे अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत शर्मा एक दूसरे जज के साथ गुरुग्राम जिला अदालत में बैठक में बैठक कर रहे थे, तभी उनके मोबाइल फोन की घंटी बजी। यह कॉल उनके निजी सुरक्षा अधिकारी की थी। उधर से कंपकंपी पैदा करने वाली बॉडीगार्ड की आवाज सुनाई पड़ी, ‘मैंने तुम्हारी बीवी और बेटे को गोली मार दी है। जाओ और उन्हें देखो।’
यह कॉल करने से एक घंटा 15 मिनट पहले हेड कॉन्स्टेबल महिपाल (32 वर्ष) ने आर्केडिया मार्केट में जज की पत्नी रितु और 17 साल के बेटे ध्रुव को अपनी सर्विस रिवॉल्वर से बेहद नजदीक से सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में गोली मारी थी। आरोपी हमलावर महिपाल ने दो फायर किए, जो रितु के सीने और पेट में लगे। जबकि ध्रुव को उसने तीन गोलियां मारीं। एक कंधे में और दो सिर पर।
शूट आउट के 2 घंटे बाद हुई गिरफ्तारी
महिपाल के जाने के बाद ही वहां मौजूद लोग ध्रुव के पास पहुंचने की हिम्मत जुटा पाए। भीड़ में से कुछ लोग जख्मी रितु और ध्रुव की मदद के लिए पहुंचते हैं। ध्रुव के सिर पर कपड़ा बांधकर वे बह रहे खून को रोकने की कोशिश करते हैं। इसके बाद दोनों को नजदीकी पार्क अस्पताल में ऐडमिट कराया जाता है। बाद में उन्हें मेदांता में शिफ्ट किया गया है, जहां रितु की मौत हो गई, जबकि घ्रुव जीवन और मौत के बीच झूल रहा है। शूटआउट के दो घंटे बाद महिपाल को गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर ग्वालपहाड़ी इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया।
धर्म परिवर्तन की निंदा से खीझ गया था गनर
एक पुलिस अफसर ने बताया कि जब पुलिस महिपाल यादव को पकड़ने गई तो उसने पुलिस टीम पर भी फायरिंग की कोशिश की, लेकिन कारतूस मिस हो गया। 40 वर्षीय महिपाल यादव, जज और उनके परिवार की सुरक्षा में पिछले दो सालों से तैनात था। महिपाल ने अचानक गोली क्यों चला दी, यह अब तक साफ नहीं है। गुड़गांव कमिश्नर ने बताया कि पूछताछ में महिपाल झल्लाकर बात करता है और सही जवाब नहीं दे रहा है। करीब 8 महीने पहले ही उसने क्रिश्चियन धर्म अपना लिया था। ऐसी चर्चा है कि धर्म परिवर्तन पर उसकी अक्सर जज की पत्नी के साथ बहस होती थी। पुलिस हिरासत में भी महिपाल ने कहा कि धर्म परिवर्तन को लेकर जज की पत्नी उसे परेशान करती थी।