अलीगढ़, मडराक में सामूहिक दुष्कर्म की घटना को मामूली मारपीट बताकर दो साल पहले चार्जशीट दाखिल कर चुकी मडराक थाने की पुलिस अब CBI के रडार पर है। चार्जशीट के खिलाफ पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट में दस्तक दी थी। तब सीबीआइ ने मामला दर्ज किया। सीबीआइ टीम तीन दिन यहां छानबीन करेगी। इसको लेकर थाना मडराक पुलिस कर्मियों में खलबली मच गई है।
ये है मामला
मडराक क्षेत्र के एक गांव की महिला 13 सितंबर- 16 को घर पर खाना बना रही थी। पति व अन्य परिजन बाहर गए थे, तभी इसी गांव के अन्नू, लोकेश, इसका भाई मनीष घर में घुस आए और महिला के साथ दुष्कर्म किया। प्रकरण में इलाका पुलिस ने धारा- 452, 323, 506, 376 में रिपोर्ट दर्ज की, फिर विवेचना में धारा- 452 व 376 हटा दी और दो पक्षों में मारपीट का मामला बताकर चार्जशीट दाखिल कर दी।
पुलिस की इस जांच से पीड़ित पक्ष संतुष्ट नहप हुआ और स्थानीय कोर्ट में चार्जशीट के खिलाफ अपील की। मगर, कोई राहत नहप मिल सकी। तब पीड़ित महिला और उसके पति ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआइ से जांच कराने की मांग की। कोर्ट के आदेश पर सीबीआइ ने दुष्कर्म में मामला दर्ज कर लिया। थाना प्रभारी मृदुल कुमार सिंह ने बताया कि सीबीआइ टीम तीन दिन तक जांच करेगी। शनिवार को टीम आनी थी, मगर पहुंची नहप है। मुकदमे से संबंधित पत्रावलियां निकाल ली गई हैं, जिससे सीबीआइ टीम के सामने पेश किया जा सके।