इटावा,यूपी के इटावा जिले के जिला अस्पताल के आठ डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया। सीएमएस को सौंपे इस्तीफे में डॉक्टरों ने काम के अधिक बोझ को कारण बताया है। आठ डॉक्टरों के इस्तीफे के बाद जिला अस्पताल मात्र छह डॉक्टरों ही बचे है। इटावा जिले के जिला अस्पताल में पहले से ही डॉक्टरों की कमी है। जिला अस्पताल के आठ विशेषज्ञ डॉक्टरों ने एक साथ सीएमएस डॉ.एसएस भदौरिया को अपना इस्तीफ सौंपा। एक ही पत्र पर दिए गए इस्तीफे के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप की स्थिति बन गई। सीएमएस ने डॉक्टरों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। डॉक्टरों के न मानने पर सीएमएस ने इस्तीफे की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। अचानक सामूहिक इस्तीफे की खबर ने स्वास्थ्य मुख्यालय को भी हिला दिया। बात दे कि जिला अस्पताल में पहले से ही डॉक्टरों की कमी से मरीज जूझ रहे थे। यहां स्वीकृत डॉक्टरों के 60 में से 14 पद ही भरे हुए थे। इन 8 डॉक्टरों के इस्तीफे के बाद स्थिति और भयावय होगी। प्रतिदिन जिला अस्पताल में 1500 से 1600 तक मरीज इलाज के लिए आते हैं, अब इनकी जिम्मेदारी केवल छह डॉक्टरों पर होगी। जब 14 डॉक्टर इन्हें देख रहे थे तब ही उन पर भारी बोझ था,इसी का परिणाम है कि शुक्रवार को डाक्टरों का गुस्सा फूट पड़ा। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. एसएस भदौरिया ने बताया कि डॉक्टरों के इस्तीफे की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। इस्तीफे स्वीकार करना या न करना ये शासन पर निर्भर है। डॉक्टरों पर काम का बोझ अधिक है, स्टाफ की कमी के चलते मजबूरी में उनसे अधिक काम लिया जा रहा है।