नई दिल्ली,कांग्रेस ने एक बार फिर चुनाव आयोग की स्वतंत्रता को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि यह सरकार के दबाव में है। दरअसल, यह विवाद इस बात पर उठा जब आज चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए पत्रकार वार्ता बुलाई थी। पहले यह कॉन्फ्रेंस 12:30 बजे होनी थी, लेकिन बाद में इसका समय बदलकर 3 बजे कर दिया गया। ऐसे में इस पूरे मामले पर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया है कि अजमेर में पीएम मोदी की रैली की वजह से चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय में बदलाव किया है। सुरजेवाला ने चुनाव आयोग की स्वतंत्रता पर सवाल उठाया है।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा, तीन तथ्य, निष्कर्ष स्वयं निकालिए। 1. चुनाव आयोग ने 5 राज्यों के चुनाव कार्यक्रम का ऐलान करने के लिए 12:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। 2. पीएम मोदी राजस्थान के अजमेर में दोपहर 1 बजे रैली करने वाले हैं। 3. चुनाव आयोग ने अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय बदलकर 3 बजे कर दिया। चुनाव आयोग स्वतंत्र है? माना जा रहा है कि अगर चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद पीएम मोदी रैली करते तो इस रैली का खर्च भी चुनावी रैली में ही जोड़ा जाता। ऐसे में विपक्ष का आरोप है कि भाजपा के निर्देश पर ही चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय बदला है।
गौरतलब है कि इससे पहले कर्नाटक चुनाव के समय भी चुनाव कार्यक्रम की घोषणा को लेकर विवाद हुआ था। चुनाव आयोग की ऐलान से पहले भाजपा आईटी सेल के प्रमुख ने चुनाव डेट को ट्वीट कर दिया था। तब भी कांग्रेस ने आयोग पर सवाल उठाया था। हालांकि तब आयोग ने इसे महज संयोग बताया था। विपक्षी पार्टियां ईवीएम के मसले पर चुनाव आयोग पर कई बार सवाल उठा चुकी हैं। वहीं तेलंगाना चुनाव की घोषणा पर अभी संदेह जताया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि तेलंगाना चुनाव का डेट घोषित नहीं भी हो सकती है। हाईकोर्ट में मामला लंबित होने के कारण वहां 8 अक्टूबर के बाद चुनाव डेट घोषित हो सकती है।