लंदन,साबुन, डिओडरेंट और परफ्यूम जहां हमें सुगंध देते हैं, वहीं ये हवा को भी प्रदूषित करते हैं। एक अध्ययन में सामने आया है कि आज के समय में जितना कार और ट्रक से निकला धुआं हवा को प्रदूषित करता है, उतना ही प्रदूषण साबुन, डिओडरेंट और परफ्यूम से भी फैलता है। शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया परफ्यूम्स, पेंट्स और अन्य कन्ज्यूमर प्रॉडक्ट्स में इस्तेमाल होने वाले पेट्रोलियम आधारित केमिकल्स वोलाटाइल ऑर्गैनिक कंपाउंड्स (वीओसी) छोड़ते हैं, जो हवा को प्रदूषित करता है। हवा में मौजूद अन्य कणों के साथ मिलकर वीओसी स्मॉग का निर्माण करता है जिससे दमा की समस्या पैदा हो सकती है और इससे फेफड़े भी स्थायी रूप से संक्रमित हो सकते हैं। इस वीओसी में पीएम 2.5 नाम का कण भी होता है। जिसकी वजह से हार्ट अटैक, आघात और फेफड़े का कैंसर हो सकता है।