जबलपुर, शराब और अय्याशी के शौकीन लुटेरे सिवनी से आकर शहर में लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देते थे। ये लुटेरे बिना नम्बर की नीली पल्सर से आते थे और लूटपाट कर रफूचक्कर हो जाते थे। अधिकांश वारदातों में नीली पल्सर वाली बाईक चिन्हित हुई जिसके आधार पर पुलिस के हाथ लुटेरों के गिरेबान तक पहुंच गए। पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने बताया कि थाना प्रभारी मदनमहल श्रीमती प्रीति तिवारी के यहां पदस्थ उप निरीक्षक सी.एल. पटेल द्वारा सूचना दी गयी कि सिवनी के रहने वाले संजय सनोडिया, रामपाल सनोडिया एवं योगेश पटेल द्वारा जबलपुर में लूट की घटनायें की जा रही है। थान प्रभारी मदनमहल के नेतृत्व में एक टीम तत्काल जिला सिवनी के लिये रवाना की गयी, टीम के द्वारा घेराबंदी कर संजय सनोडिया, रामपाल सनोडिया एवं योगेश जिला सिवनी के लिये रवाना की गयी, टीम के द्वारा घेराबंदी कर संजय सनोडिया, रामपाल सनोडिया एवं योगेश पटेल को पकडा गया एवं सघन पूछताछ की गयी तो तीनों ने जबलपुर निवासी अंकित नाग के साथ मिलकर कई लूट की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया। अभी तक पकडे गये लुटेरों से २० लूट की घटनाओं का खुलासा हुआ है। उनके पास से सोने की १३ चेन, ४ मंगलसूत्र, ६ मोबाईल एवं नगदी ५३०० रूपये तथा घटना में प्रयुक्त मोटर बाईक – १ पल्सर, १ सीडी १०० एवं १ एक्टीवा कीमती लगभग ६ लाख रूपये का मशरूका जब्त किया गया है। आरोपियों को पुलिस रिमाण्ड में लिया जा रहा है, पूछताछ पर और भी लूट की वारदातों के खुलासा होने की सम्भावना है। पकडे गये चारों आरोपी शराब और अय्याशी के आदी है। संजू उर्फ संजय सनोडिया पूर्व में चोरी के आरोप में सिवनी में पकडा जा चुका है।महत्वपूर्ण भूमिका
आरोपियों की गिरफ्तारी कर मशरूका बरामदगी में थाना प्रभारी मदनमहल श्रीमती प्रीति तिवारी, उप निरीक्षक सीएल पटेल, उप निरीक्षक संजय सिंह धुर्वे, उप निरीक्षक श्वेता सोमकुंवर, आर राजेश अग्निहोत्री, शैलेन्द्र सिंह सनोडिया, मुर्तजा शाह, नीरज कौरव, सत्यप्रकाश पटेल, सुरेन्द्र सेन, संदीप दुबे, डिगेन्द्र बिसेन, संपत्ति स्कार्ड सउनि संतराम बागरी, आर. रामलाल, अजय सोनकर गनपत, अजय मिश्रा, शुभम पटेल, प्रदीप नायक की सराहनीय भूमिका रही है। पुलिस अधीक्षक जबलपुर अमित िंसह द्वारा टीम को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।