पणजी,गोवा में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की अगुवाई में भाजपा सरकार के गठन की कवायद शुरू हो गई है,गोवा विधानसभा की 13 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा ने 3-3 सीट जीतने वाली महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और निर्दलीय विधायकों का समर्थन जुटाने की कोशिश करते हुए 21 विधायकों के समर्थन का दावा राज्यपाल के सामने पेश किया है।
हालांकि गोवा में 17 सीटें जीतकर त्रिशंकु विधानसभा में कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। जबकि गोवा में सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 21 सीटों का ही है। इस बीच 3 विधायकों वाली फॉरवर्ड पार्टी ने साफ का दिया है कि वह भाजपा को समर्थन देने का फैसला कर चुकी है,वे लिया है और न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत सरकार चलाएंगे।
अब राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने का आमंत्रण दिए जाने पर गोवा का सीएम बनने रक्षा मंत्री के पद से मनोहर पर्रिकर इस्तीफा देंगे। पणजी बतौर पर्यवेक्षक बना कर भेजे गए नितिन गडक़री ने कहा कि पार्टी नेताओं ने गवर्नर को 21 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा है। उधर,गोवा भाजपाध्यक्ष विनय तेंडुलकर ने कहा, हमने गवर्नर मृदुला सिन्हा से मिलकर नंबर पूरे होने की बात कही है और सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
इधर,पर्रिकर ने कहा कि राज्यपाल का बुलावा आते ही सहयोगियों से चर्चा कर कर शपथ ग्रहण का दिन तय किया जाएगा। जबकि गडकरी ने पत्रकार-वार्ता में कहा कि हमें दिल्ली में पर्रिकर की कमी खलेगी, लेकिन गोवा के हित को देखते हुए जब उनसे बात की गई तो उनका कहना था कि कि जो पार्टी कहेगी, मैं वही करूंगा। इसके बाद संसदीय बोर्ड ने मुझे उचित निर्णय का आदेश दिया था। फिर सभी पर्रिकर के नाम पर राजी थे। गडकरी ने कहा अभी उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है। लेकिन गोवा में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ने पहले वह इस्तीफा देंगे।